Rajkot News: गुजरात के राजकोट में एक हफ्ते पहले एक मोबाइल स्टोर में रहस्मय परिस्थितियों में आग लग गई थी। पुलिस ने इस केस की गुत्थी सुलझा ली है। दुकान में जानबूझकर टाइम बम प्लांट किया गया था। पुलिस ने साले-बहनोई और एक महिला को गिरफ्तार किया है।
यह पूरा मामला राजकोट के गुंदावाड़ी एरिया का है। यहां पुलिस चौकी के सामने गुजरात मोबाइल नामक स्टोर है। सात अप्रैल की रात दुकान में धमाका होने के बाद अचानक लग गई थी। दुकान मालिक भावाराम चौधरी भक्तिनगर थाने में फरियाद दर्ज करवाई थी। जिसमें उन्होंने कहा था कि आग की घटना षडयंत्र है। उन्होंने बताया कि छह अप्रैल गुरुवार की शाम एक महिला ग्राहक के भेष में आई और अपने साथ लाए पार्सल को भूल जाने का नाटक कर रही थी। भावाराम ने रात में दुकान बंद करते समय पार्सल दुकान के अंदर रखा और आधी रात को पार्सल में आग लग गई।
सीसीटीवी फुटेज से खुला राज
पुलिस ने दुकान के सीसीटीवी फुटेज चेक किए तो कैमरे में पार्सल छोड़ने वाली महिला नजर आई, उसने चेहरे पर दुपट्टा लपेट रखा था। पुलिस के लिए उसे पहचानना चुनौती बन गया। इसी बीच क्राइम ब्रांच के पीआई बीटी गोहिल और उनकी टीमने ये गुत्थी सुलझाई। पता चला की एसटी बसपोर्ट के पास मोबाइल एसेसरीज की दुकान चलाने वाले कालराम उर्फ कल्पेश चौधरी और उसके साले ने मिलकर ये बम धमाका किया है। इस कांड में मदद करने वाली डोली नाम की लडकी को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया।
व्यापारिक दुश्मनी में दिया अंजाम
मिली जानकारी के अनुसार भावाराम और कालाराम दोनों राजस्थान के रहने वाले हैं और दोनों की किराए की दुकान है। दोनों दुकानों का मालिक एक ही व्यक्ति है। व्यापार प्रतियोगिता में और कारोबारी विवाद में गुजरात मोबाइल के मैनेजर भावाराम ने दुकान के पास खाली कर दी। कलाराम से बसपोर्ट और खुद को दुकान किराए पर देने की कोशिश की। कालाराम और उसके साले श्रवण ने व्यापार छीनने की कोशिश कर रहे भावराम चौधरी को आर्थिक नुकसान पहुंचाने की साजिश रची। दोनों ने यूट्यूब वीडियो देख कर सुतली बम से बारूद निकालकर एक बैग में रखा और मोबाइल बैटरी, इलेक्ट्रिक का उपयोग करके घर का बना बम बनाया। तार और एक घड़ी जिसमें समय निर्धारित किया गया था। बम तैयार होने के बाद कलाराम मोबाइल स्टोर को अपनी दुकान से रिटेल में ले गया और डोली, जो अपने तरीके से व्यापार कर रहा था, को अपनी साजिश में शामिल किया और बम युक्त पार्सल को गुजरात मोबाइल में रखने की भूमिका सौंपी। गुरुवार शाम डॉली पार्सल से निकल रही थी और आधी रात को बम फट गया।
छठवीं पास कालाराम मोबाइल रिपेयरिंग का मास्टर
छठवीं तक पढ़ा है कालाराम मोबाइल रिपेयरिंग में मास्टर था। जिस के कारण वो टेक्निकल ज्ञान से उनसे मोबाइल साफ करने में जिस केमिकल का उपयोग होता हे उस केमिकल से बम बनाया और यूट्यूब पर वीडियो देख उनसे ये बम बनाया और उस में 6 घंटे का टाइमर सेट किया। बम बनाने से पूर्व कालाराम ने दो बार अपनी दुकानमें बम को टेस्ट भी किया था।
राजकोट से दिग्विजय सिंह जाला की रिपोर्ट।
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