Rajkot News: गुजरात के राजकोट शहर के तालुका पुलिस थाना क्षेत्र में खुलासा हुआ है कि 2018 से मनी प्लस शराफी कोऑपरेटिव सोसायटी चलाने वाले अल्पेश डोंगा ने एक विधवा महिला समेत 60 से ज्यादा निवेशकों से ग्यारह करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की है। बता दें, राजकोट सिटी तालुका पुलिस ने कुख्यात अल्पेश डोंगा को गिरफ्तार कर लिया और पूरे मामले में आगे की जांच शुरू की है। फाइनेंस कंपनी की आड़ में धोखाधड़ी करने वाले अल्पेश डोंगा तक पुलिस कुछ इस तरह पहुंची। जब शहर के पुलिस थाने में 57 वर्षीय व्यवसाई रश्मीन परमार ने IPC की धारा 409, 420, 120 (बी) और गुजरात प्रोटेक्शन ऑफ इंटरेस्ट ऑफ डिपॉजिटर्स एक्ट की धारा 3-4 के तहत मामला दर्ज कराया।
पुलिस को दी गई शिकायत में रश्मीन परमार ने बताया कि निवेशकों को अल्पेश डोंगा ने लालच दिया था कि सहकारी समिति में FD रखेंगे तो उन्हें हर महीने एक फीसदी दर मुआवजा तक दिया जाएगा। जिसके बाद व्यापारी ने 43 लाख खुद के नाम से और 17 लाख अपनी साली और पत्नी के नाम की FD करवाई। कुल कीमत करीब 50 लाख की थी, लेकिन निवेश के बाद 1% रिटर्न किसी भी महीने नहीं मिला। अन्य निवेशकों को मिलाकर कुल रकम 11 करोड़ 8 लाख 98 हजार रुपए तक पहुंची है, जिसके बाद धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई गई।
जांच में सामने आया सच
पुलिस में दर्ज हुई शिकायत के बाद पुलिस की जांच में भी यह सामने आया कि करीब 60 से अधिक निवेशकों को इसने FD के नाम पर चुना लगाया है। हालांकि, पुलिस की जांच में सामने आया कि अपराधी कुछ इस तरह का शातिर था कि निवेश के बाद कुछ समय तक रिटर्न देता रहा, लेकिन कुछ महीनों के बाद रिटर्न देना बंद कर देता था। हर महीने 1% बताकर FD का है और 12% वार्षिक रिटर्न देने के बताकर ठगता था। इसके साथ ही निवेशकों को बताता था कि आपके निवेश के 6 साल के भीतर सारी पूंजी वापस मिल जाएगी।
शिकायतकर्ता ने लगाया आरोप
शिकायतकर्ता ने बताया कि उसके भाई की मौत के बाद भाभी के घर का खर्च कवर करने के लिए सबसे पहले 2018 में मनी प्लस सहकारी मंडली में 14 लाख का निवेश किया। 5 साल तक 1% नगद रिटर्न ब्याज तक देता रहा, लेकिन 5 साल के बाद रिटर्न लौटना बंद कर दिया। शिकायत के आधार पर पुलिस ने अल्पेश के खिलाफ गुजरात मनी लैंडर्स एक्ट की धारा के तहत कार्रवाई शुरू की है। पुलिस को जांच में यह तक पता चला कि FD के साथ-साथ किसानों की जमीन भी ब्याज देकर रख रहा था, यानी कि किसानों के ब्याज देने के नाम पर उनकी जमीन की रजिस्ट्री किसी अन्य के नाम कर देता था। जिसके बाद पुलिस ने मुख्य आरोपी अल्पेश डोंगा को गिरफ्तार कर लिया है और जांच शुरू की है। फिलहाल, निवेशकों से जानकारी जुटाकर सभी को सील करने की तैयारी में राजकोट पुलिस जुटी है।
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