Gujrat ATS: देश में बायोटेरर फैलाने की कोशिश का पहला मामला सामने आया है. गुजरात ATS ने अहमदाबाद और कलोल के पास हथियारों की खरीद की जानकारी के आधार पर कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान से संचालित एक खतरनाक जैविक आतंक (Bioterror) साजिश का पर्दाफाश किया है. इस केस ने केंद्र सरकार और सुरक्षा एजेंसियों को भी अलर्ट कर दिया है. अब इस मामले की जांच गुजरात, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और तेलंगाना ATS की संयुक्त टीम कर रही है.
कलोल से तीन आतंकी गिरफ्तार
दरअसल, रविवार को गुजरात ATS ने कलोल के पास से डॉ. अहमद सैयद, आजाद शेख, और मोहम्मद सुहैल सलीम खान नाम के तीन संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया था, जिनकी पूछताछ में काफी अहम खुलासे हुए हैं. तीनों के पास से दो Glock पिस्टल, एक Beretta पिस्टल और 30 कारतूस बरामद हुए हैं. साथ ही राइसिन जहर बनाने के लिए 4 लीटर केमिकल भी बरामद हुआ था.
ATS को जानकारी मिली थी कि ये हथियार पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए राजस्थान बॉर्डर पर भेजे गए थे. पूछताछ में खुलासा हुआ कि तीनों आरोपी पाकिस्तान स्थित ISIS-KP (Islamic State of Khorasan Province) नामक आतंकी संगठन के लिए भारत में सक्रिय थे.
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एरंड से ‘राइसिन’ जहर बनाने की साजिश
गुजरात ATS को डॉ. अहमद सैयद के पास से कैस्टर ऑयल (एरंड का तेल) का जखीरा मिला. एरंड के बीजों से राइसिन (Ricin) नामक घातक जैविक जहर तैयार किया जा सकता है जो बिना रंग और गंध के होता है और खाने या पीने में मिलाकर आसानी से किसी की जान ली जा सकती है. जांच में सामने आया कि पाकिस्तान में बैठे ISIS-KP के हैंडलर अबु खलीजा ने अहमद को ऑनलाइन चैट के जरिए राइसिन बनाने की पूरी प्रक्रिया सिखाई थी. एरंड के बीजों से तैयार यह जहर यदि किसी व्यक्ति के शरीर में चला जाए, तो 36 से 72 घंटों में मौत हो सकती है.
हैदराबाद में जहरीले केमिकल बरामद
दिल्ली ब्लास्ट के बाद ATS ने अहमद सैयद के हैदराबाद के राजेंद्रनगर स्थित घर पर तलाशी ली, जहां से जहरीले केमिकल तैयार करने का भारी जखीरा और कई संदिग्ध वस्तुएं बरामद की गई हैं. इसी तरह यूपी के आजाद शेख और सुहैल खान के घरों पर भी सर्च ऑपरेशन जारी है. तीनों आतंकियों के मोबाइल फोन से 250 से अधिक फोटो और वीडियो मिले हैं, जिनमें कई जगहों की रेकी की गई थी.
अहमदाबाद का नरौडा फ्रूट मार्केट, लखनऊ का फ्रूट मार्केट, कश्मीर का फ्रूट मार्केट इन सभी स्थानों को भीड़भाड़ वाले इलाकों के रूप में चिन्हित किया गया था. एजेंसियों को आशंका है कि आतंकी इन बाजारों में जहर या विस्फोटक फैलाकर बड़े हमले की योजना बना रहे थे. इसके अलावा, कश्मीरी सेव की आड़ में ये देश के अन्य राज्यों तक विस्फोटक या अन्य आतंकी सामग्री पहुचानां चाहते थे
चार राज्यों की संयुक्त जांच शुरू
गुजरात ATS के साथ उत्तर प्रदेश, राजस्थान और तेलंगाना ATS की टीमें अब इस मामले की गहराई से जांच कर रही हैं. जांच का फोकस यह समझना है कि पाकिस्तान के हैंडलर ने भारत में यह बायोटेरर नेटवर्क कैसे तैयार किया और किन-किन राज्यों में इसके स्लीपर सेल सक्रिय हो सकते हैं.
राइसिन दुनिया के सबसे घातक जहरों में एक
राइसिन एक अत्यंत जहरीला पदार्थ है जो एरंड के बीजों (Castor seeds) से तैयार होता है. सिर्फ 5 मिलीग्राम मात्रा भी किसी व्यक्ति की जान लेने के लिए पर्याप्त है. यह शरीर में पहुंचने के बाद किडनी, लिवर और मस्तिष्क को निष्क्रिय कर देता है. इसी वजह से राइसिन का इस्तेमाल पहले जासूसी और युद्ध में भी किया जा चुका है.
केंद्र सरकार हुई सतर्क
गुजरात ATS की इस कार्रवाई के बाद केंद्र सरकार ने मामले को राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा गंभीर खतरा मानते हुए देश की तमाम एजेंसियों को सतर्क कर दिया है. प्राथमिक जांच में यह साफ हो चुका है कि यह साजिश पाकिस्तान से रची गई थी और भारत में जैविक आतंक मचाने की ठोस तैयारी चल रही थी.
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