वलसाड से ठाकुर भूपेंद्र सिंह की रिपोर्ट: वलसाड जिले के वापी की विशेष अदालत ने आज एक ऐतिहासिक फैसला सुनाया है। अदालत ने POCSO के एक मामले आरोपी को फांसी की सजा सुनाई है। जानकारी के अनुसार
ये घटना फरवरी 2020 की है। 9 साल की बच्ची अपने माता-पिता और भाई के साथ रहती थी। उसके माता-पिता और भाई नोकरी करते थे।
घटना के दिन तीनों नौकरी पर और बच्ची स्कूल गई थी। 2 बजे बच्ची स्कूल से घर आई और उसने टीवी शरू किया उसी वक्त आरोपी उसके घर मे प्रवेश करता है और बच्ची ने कहा कि इस वक्त घर मे कोई नही है इसके बाद आरोपी चला जाता है हालांकि इसके बाद फिर आरोपी पूरी तैयारी के साथ आता है। बच्ची के साथ बलात्कार करने की कोशिश करता है पर वो सरेंडर नही होती है। जिसके बाद आरोपी पीड़ित बच्ची की हत्या कर देता है और उसके बाद पीड़ित बच्ची के बलात्कार करता है और उसके बाद बच्ची के शव को पंखे से लटकाकर मामले को आत्महत्या में खपाने की कोशिश करता है।
पुलिस के अनुसार उसके बाद आरोपी अपने दोस्त के पास जाकर चिकन पार्टी करता है। पुलिस आती है तो वह निगरानी रखता है और मृतक बच्ची की मां के साथ अस्पताल में भी जाता है ताकि उस पर कोई शक ना करें। हालांकि पुलिस को आरोपी पर शक होता है और जब पुलिस उससे पूछताछ करती है तो वह कहता है मेरी उम्र 18 साल से नीचे आप मुझे अरेस्ट नही कर सकते। जिसके बाद पुलिस आरोपी के उम्र की जांच करती है और बाद में यह पाया जाता है कि आरोपी की उम्र 19 साल है इसके बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाता है।
पूरे मामले में मृतक बच्ची का फॉरेंसिंग पोस्टमार्टम सूरत में हुआ। जिसमें डीएनए सैंपल भी लिए गए और मृतक बच्ची के प्राइवेट पार्ट पर आरोपी के शुक्राणु मिले। डीएनए रिपोर्ट पॉजिटिव आया इसके अलावा घटना के दिन पीड़ित बच्चे की मौसी के पड़ोस में रहती है उसने भी यह बयान दिया कि उसने आरोपी को पीड़ित बच्ची के घर के पास देखा था। तमाम गवाहों और सबूतों के आधार पर आज वापी की विशेष अदालत ने यह ऐतीहासिक फैसला सुनाते हुए आरोपी को फांसी की सजा सुनाई।
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