Gujarat Election 2022: गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए मतों की गिनती जारी है। 30 अक्टूबर को मोरबी विधानसभा क्षेत्र में ब्रिटिश काल में बना पुल टूटकर गिर गया था। इस हादसे में 135 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी। यहां से भाजपा प्रत्याशी आगे चल रहे हैं।
बता दें कि भारतीय जनता पार्टी ने यहां से पांच बार के विधायक रह चुके कांतिभाई अमृतिया पर भरोसा जताया है। वे वर्तमान (खबर लिखे जाने तक) में मोरबी के सिरेमिक शहर में आगे चल रहे हैं। पाटीदारों के प्रभुत्व वाला यह विधानसभा क्षेत्र अक्टूबर में पुल ढहने की त्रासदी के बाद सुर्खियों में रहा था।
वर्तमान विधायक बृजेश मिश्रा हैं, जो कांग्रेस के पूर्व नेता हैं और अब मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की भाजपा सरकार में मंत्री हैं। बता दें कि बीजेपी ने मिश्रा को मैदान में नहीं उतारा है। इसके बजाय, इसने पांच बार के पूर्व विधायक कांतिभाई अमृतिया को चुना है।
भाजपा ने कांतिभाई पर क्यों जताया भरोसा
बता दें कि मोरबी हादसे के बाद खबरें आई थी कि कांतिभाई ने बचाव अभियान में शामिल हुए थे। सोशल मीडिया पर भी कुछ फोटोज और वीडियो वायरल हुए थे जिसमें वे मदद करते दिखे थे। बता दें कि कांतिभाई ने 1995 से 2012 तक पांच बार इस सीट पर जीत हासिल की।
कांग्रेस ने जयंती पटेल को चुना है, जो वर्तमान में अमृतिया से पीछे चल रही हैं। पुल हादसे को लेकर बीजेपी सरकार की आलोचना में सक्रिय युवा उम्मीदवार पंकज रनसरिया को आप ने मैदान में उतारा है। पंकज कांतिभाई अमृतिया के रिश्तेदार भी हैं।