भावनगर शहर में रविवार को एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है. फॉरेस्ट विभाग में असिस्टेंट कंजरवेटर ऑफ फॉरेस्ट (ACF) के पद पर कार्यरत शैलेष खांभला की पत्नी और दोनों बच्चों के सड़ी-गली हालत में शव बरामद होने से पुलिस विभाग में भी हड़कंप मच गया.
पत्नी और बच्चे 10 दिन से थे लापता
सूत्रों के मुताबिक, शैलेष खांभला की ४० साल की पत्नी नयनाबेन, १३ साल की बेटी पृथ्वा और ९ साल का बेटा भव्य सुरत से छुट्टियां बिताने भावनगर आए थे. 5 नवंबर को परिवार के तीनों सदस्य अपने मूल शहर सूरत निकले थे, लेकिन रास्ते में अचानक गायब हो गए. 7 नवंबर को शैलेष खांभला ने भरतनगर थाने में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज करवाई थी. पुलिस लगातार 10 दिनों से तलाश में लगी हुई थी, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला.
बदबू फैलने पर खुला राज
दसवें दिन पुलिस को फॉरेस्ट कॉलोनी के पास मौजूद एक वीरान जगह से तेज बदबू आने की सूचना मिली. पुलिस टीम, डॉग स्क्वॉड और FSL की टीम मौके पर पहुंची. सर्च के दौरान जमीन में ताजा खुदाई दिखाई दी. खोदाई शुरू होने पर पुलिस के होश उड़ गए. एक-एक कर तीन शव जमीन से बरामद हुए. जांच करने पर पता चला कि ये शव नयनाबेन, पृथ्वा और भव्य के हैं. तीनों शवों को पुलिस ने कब्जे में लेकर सर टी हॉस्पिटल भेजा जहां पैनल पोस्टमॉर्टम की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है और इसी के साथ शुरू हुआ हत्यारे की तलाश का सिलसिला.
जिले के एसपी ने बताया कि लाशों की बरामदगी के बाद शवों का पैनल पोस्टमॉर्टम कराया गया. हत्या कैसे हुई, किस हथियार से हुई और इसमें कितने लोग शामिल हैं, इसकी बारीकियां तलाशी गईं और इसमें जो कुछ पता चला उससे शक की सुई गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखवाने वाले और मृतक के पति और पिता फॉरेस्ट अफसर शैलेष खांभला की तरफ इशारा करने लगी.
आरोपी को पत्नी बच्चों से ज्यादा थी काम की चिंता
जानकारी के अनुसार, शिकायत दर्ज कराने के तीन दिन बाद शैलेष खांभला खुद थाने पहुंचे थे और पुलिस से पूछ रहे थे कि “मेरी पत्नी और बच्चों के बारे में कोई खबर मिली क्या? मुझे सूरत जाना है, वहां जरूरी काम है.’ शैलेश की ये बात भी पुलिस को खटक रही थी की जिसकी पत्नी और बच्चे लापता है उसे उनकी चिंता न होकर काम की चिंता है.
बहरहाल भरतनगर पुलिस ने उन्हें सूरत जाने की अनुमति भी दे दी थी लेकिन जब शव मिलने के बाद मामला हत्या में बदल गया, तब लोकल क्राइम ब्रांच की टीम तुरंत सूरत के लिए रवाना हुई और शैलेश खांभला को जब हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने कबूल कर लिया कि अपने बीवी बच्चों का हत्यारा वो खुद है.
फिलहाल फॉरेस्ट अफसर शैलेश खांभला को सूरत से गिरफ्तार कर भावनगर लाया जा रहा है और इस मामले में जल्द ही पुलिस हत्या के कारणों सहित कई मुद्दों पर खुलासा कर सकती है.










