अहमदाबाद नगर निगम (AMC) ने झीलों को गहरा करने और उन्हें बहाल करने की शहरव्यापी पहल के तहत हैबतपुर और मुमतपुरा तालाबों के पुनर्विकास की घोषणा की है। इसके लिए 8.17 करोड़ के बजट के साथ, इस परियोजना का मकसद वर्षा जल संचयन को बढ़ाना, ग्राउंड वाटर को रिचार्ज करना और निवासियों के लिए मनोरंजन स्थल बनाना है।
क्या होंगी सुविधाएं?
एएमसी जल समिति के अध्यक्ष दिलीप बागरिया ने कहा कि यह पहल शहर के पर्यावरणीय प्रयासों के अनुरूप है, जिसमें वृक्षारोपण, ग्राउंड वाटर संरक्षण और झील पुनरुद्धार शामिल हैं। थलतेज में हैबतपुर झील का 3.86 करोड़ रुपये की लागत से पुनर्विकास किया जाएगा, जबकि जोधपुर में मुमतपुरा झील का 4.31 करोड़ रुपये में जीर्णोद्धार किया जाएगा। योजनाओं में मिट्टी के कटाव को रोकने के लिए पत्थर की दीवारें बनाना, बाड़ लगाना, वृक्षारोपण, उद्यान, खेल उपकरण, पैदल मार्ग और पानी और शौचालय जैसी सार्वजनिक सुविधाएं जोड़ना शामिल है।
एएमसी की जल समिति के नेतृत्व में यह पहल रणनीतिक शहरी नियोजन के जरिए पर्यावरण से जुड़ी चिंताओं को दूर करने पर केंद्रित है। इस परियोजना में बारिश के पानी को झीलों में पहुंचाने के लिए स्टॉर्मवॉटर लाइनों की स्थापना शामिल है, जिससे ग्राउंड वाटर रिचार्ज में सुविधा होगी।
दोनों झीलों के बीच होगा एक छोटा सा द्वीप
दोनों झीलों के बीच में एक छोटा सा द्वीप होगा, जो कांकरिया के नगीनावाड़ी जैसा होगा, जिसमें वरिष्ठ नागरिकों के लिए बैठने की जगह होगी। इस परियोजना के उद्देश्य से ये झीलें अहमदाबाद के शहरी परिदृश्य का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन जाएंगी। जल्द ही काम शुरू होने के साथ, एएमसी को उम्मीद है कि यह पुनर्विकास, शहरी विकास की दिशा में अहमदाबाद के प्रयासों को बढ़ावा देगा और साथ ही नागरिकों को बेहतर सार्वजनिक स्थान उपलब्ध कराएगा। इसमें वृक्षारोपण, फूलों की क्यारियां, बेंच और वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक गजेबो (एक खुली छत या मंडप, जिसे अक्सर बगीचे, पार्क या विशाल सार्वजनिक जगहों पर बनाया जाता है) होगा।
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