Greater Noida News : ग्रेटर नोएडा वेस्ट में रहने वाले लोगों की समस्याएं कम होने के बजाय लगातार बढ़ रही है। ग्रेटर नोएडा वेस्ट की विक्ट्री वन सेंट्रल सोसायटी में 19 मंजिला टावर बने हुए है। सोमवार को यहां लिफ्ट की सर्विस का काम पीक आवर में किया गया। इससे सोसायटी में रहने वाले बुजुर्ग व अन्य लोगों को दिक्कत का सामना करना पड़ा। एक लिफ्ट बंद होने की वजह से लोगों की समस्या बढ़ गई।
2 घंटे तक सीढ़ियों का किया इस्तेमाल
सेसायटी में करीब 2 घंटे तक लिफ्ट की सर्विस का काम चला। यह काम पीक आवर में किया गया। टावर में एक लिफ्ट बंद होने की वजह से 2 घंटे तक बुजुर्ग व अन्य लोगों को सीढ़ियों का सहारा लेना पड़ा। रविवार को इस संबंध में सोसायटी प्रबंधन की तरफ से सूचना दी गई थी। लोगों ने इस बात का विरोध किया था कि पीक आवर में सुबह 10 से 12 के बीच लिफ्ट की सर्विस न की जाए। इसके लिए दोपहर बाद का समय तय किया जाए।
350 फैमिली रहती हैं
सोसायटी में रहने वाले बायर्स वेलफेयर एसोसिएशन के प्रशांत ने बताया कि पूरे परिवार में बने आठ टावरों में 350 फैमिली रहती है। जब लोगों ने घर खरीदा था तो हर टावर में दो लिफ्ट का वादा किया गया था। एक लिफ्ट तो लगी है दूसरी लिफ्ट के स्थान पर बैनर पोस्टर लगा दिए गए है। ऐसे में एक लिफ्ट होने से लोगों को समस्या होती है। उसको भी पीक आवर में सर्विस के नाम पर बंद कर दिया गया।
मनमानी का करेंगे विरोध
लोगों का कहना है कि किसी भी कीमत पर मनमानी नहीं होने दी जाएगी। लोगों का आरोप है कि पीक आवर में लिफ्ट बंद होने से बच्चों और बुजुर्ग को परेशानी हुई। एक दंपती सीढ़ी से अपने घर पर गए तो उनको घुटने में दर्द की समस्या हो गई। लोगों का आरोप है कि यह सब साजिश के तहत किया जा रहा है।
बिना सुविधा के दे दिया पजेशन
लोगों का आरोप है कि सोसायटी में बिना पूरा काम हुए बिना किसी सुविधा के ही बिल्डर ने पजेशन देकर पल्ला झाड़ लिया है। इस संबंध में पीड़ित कई बार ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण से शिकायत कर चुके है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती है।
4 दिनों तक रहेगी समस्या
सोसायटी में लिफ्ट मरम्मत का काम 4 दिनों तक चलेगा। रोजाना पीक आवर में 2 घंटे के लिए लिफ्ट बंद रहेगी। ऐसे में लोगों के पास सीढ़ी चढ़ने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं है। 19वीं मंजिल तक सीढ़ी चढ़ने के लिए लोग मजबूर है। लोग यही कह रहे है कि ग्रेटर नोएडा वेस्ट में घर खरीद कर उन लोगों ने आफत मोल ले ली है।