ग्रेटर नोएडाः लोग कहते हैं कि बचपन का दोस्त भाई की तरह होता है, लेकिन ग्रेटर नोएडा (Greater Noida) में बचपन के दोस्तों ने ही दोस्त की निर्मम हत्या कर दी। पुलिस ने जब हत्या का कारण जाना तो रूह कांप गई। हत्यारोपियों ने दोस्त की पत्नी को हासिल करने के लिए ईंटों से कुचलकर उसकी हत्या कर दी। उसका एक माह पहले ही प्रेम विवाह हुआ था। पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार करके हतेवा हत्याकांड का खुलासा किया है।
20 जुलाई को झाड़ियों में मिला था शव
जानकारी के मुताबिक ग्रेटर नोएडा में 20 जुलाई को अटाई-दादूपुर मार्ग पर झाड़ियों में एक युवक का शव मिला था। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम हाउस में रखवाया। शव की शिनाख्त दिल्ली के इंद्रप्रस्थ कॉलोनी के रहने वाले सचिन शर्मा के रूप में हुई थी। पुलिस जब सचिन के घर पहुंची तो मामले की परते खुलती चली गईं। सचिन की पत्नी ने बताया था कि 18 जुलाई को उसके दोस्त जन्मदिन की पार्टी के नाम पर उसे घर से लेकर गए थे।
बचपन से ग्रेटर नोएडा में अपने मामा के घर रहा था सचिन
सचिन के भाई तनुज शर्मा की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया। जांच के दौरान पता चला कि सचिन बचपन से ही ग्रेटर नोएडा के दनकौर स्थित हतेवा गांव में अपने मामा के घर रहता था। हतेवा गांव के ही रहने वाले गौतम और प्रशांत से उसकी गहरी दोस्ती थी। सचिन की पत्नी ने पुलिस को बताया कि वह असम की रहने वाली है। सोशल मीडिया पर उसकी सचिन से मुलाकात हुई थी। दोस्ती हो गई। धीरे-धीरे दोस्ती प्यार में बदल गई। दोनों ने करीब एक महीने पहले प्रेम विवाह कर लिया था। शादी के बाद सचिन अपनी पत्नी के साथ रहने लगा। सचिन के पास नौकरी नहीं थी। जबकि उसका दोस्त गौतम मजदूरों का ठेकेदार था।
सचिन को नौकरी का वादा किया, घर आने लगे
पूछताछ में सामने आया कि गौतम ने किसी कंपनी में सचिन की नौकरी लगवाने का भरोसा दिया था। बचपन के दोस्त थे इसलिए गौतम और प्रशांत सचिन के कमरे पर आते रहते थे। यहीं पर हत्यारोपियों ने सचिन की पत्नी को देखा और एकतरफा प्यार करने लगे। आरोप है कि इसी के बाद सभी ने मिलकर सचिन की हत्या की योजना बनाई। आरोपियों को लगा कि अगर सचिन की हत्या कर दी जाए तो उसकी पत्नी को हासिल किया जा सकता है। योजना के तहत आरोपी सचिन को जन्मदिन के बहाने हतेवा गांव के एक बाग में लेकर गए। वहां उसे शराब पिलाई। इसके बाद ईंट से कुचल कर उसकी निर्मम हत्या कर दी।
बाइक पर लेकर गए थे शव
डीसीपी डॉ. मीनाक्षी कात्यायन ने बताया कि गौतम ने अपने भाई दीपक, दोस्त फिरोज और प्रशांत के साथ मिलकर सचिन की हत्या की थी। इसके बाद सभी लोग बाइक पर उसका शव लेकर गए और हतेवा से करीब एक किलोमीटर दूर झाड़ियों में फेंक दिया। पुलिस ने बताया कि हत्यारोपियों के कब्जे से सचिन का आधार कार्ड, बाइक और आला कत्ल सीमेंट की ईंट बरामद हुई हैं।
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