Greater Noida News: मोबाइल निर्माण और निर्यात का केंद्र बन चुका गौतमबुद्ध नगर अब देश के प्रमुख मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में अपनी पहचान मजबूत कर रहा है। जिले में ओप्पो, सैमसंग, वीवो और लांगचीयर जैसी बड़ी मोबाइल कंपनियां न केवल उत्पादन कर रही है बल्कि अपने निर्यात और जीएसटी भुगतान के मामले में भी अन्य राज्यों से आगे निकल चुकी हैं।
राज्य जीएसटी विभाग से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार ओप्पो मोबाइल इंडिया ने हाल के वर्षों में रिकॉर्डतोड़ प्रदर्शन करते हुए 2024-25 में 1141.47 करोड़ जीएसटी जमा कर लगातार दूसरे वर्ष पहले स्थान पर कब्जा जमाया है। वहीं, लांगचीयर मोबाइल इंडिया ने 436.13 करोड़ के साथ दूसरा स्थान और सैमसंग डिस्प्ले नोएडा ने 407.99 करोड़ देकर तीसरा स्थान हासिल किया है।
तीन सालों में बदली रैंकिंग
2022-23 में जहां स्मार्ट यू इंडिया प्राइवेट लिमिटेड जीएसटी भुगतान में अग्रणी थी। वहीं ओप्पो उस समय छठें स्थान पर थी। मगर अगले ही वर्ष 2023-24 में ओप्पो ने 1945.87 करोड़ जीएसटी जमा कर सबको पीछे छोड़ दिया।
निर्यात में भी बनाई मजबूत पकड़
नोएडा में तैयार किए जा रहे मोबाइल फोन की पहुंच अब एशिया और अफ्रीका के कई देशों तक है। सऊदी अरब, कतर, ओमान, नाइजीरिया, केन्या, मिस्त्र, नेपाल, श्रीलंका, म्यांमार, वियतनाम और बांग्लादेश जैसे देशों में यहां के उत्पाद निर्यात किए जा रहे है।
नोएडा बना भारत का मोबाइल हब
बढ़ते निवेश, वैश्विक ब्रांडों की मौजूदगी, सुगम लॉजिस्टिक्स और मजबूत औद्योगिक आधार के चलते नोएडा अब मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग कैपिटल ऑफ इंडिया के रूप में उभर रहा है। राज्य सरकार की उद्योग नीति और बेहतर आधारभूत संरचना ने मोबाइल निर्माण कंपनियों को आकर्षित किया है।
क्या बोले अपर आयुक्त?
राज्य जीएसटी विभाग के अपर आयुक्त संदीप भाग्या ने बताया कि नोएडा के मोबाइल निर्माता निरंतर उत्पादन, निर्यात और राजस्व के मामले में बेहतर प्रदर्शन कर रहे है। इससे जिले की औद्योगिक छवि और जीएसटी संग्रहण में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।