पटना: बिहार पुलिस ने पिछले चार दिनों से आठ साल के एक बच्चे को हिरासत में रखा है। इसकी जानकारी जब AIMIM के चीफ असदुद्दीन ओवैसी को हुई तो उन्होंने नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव से सवाल पूछा है। ओवैसी ने पूछा कि 8 साल का मासूम बिहार पुलिस की गिरफ्त में है, नीतीश कुमार आप मुसलमानों को सम्मान देंगे की नहीं?
"8 साल का रिज़वान बिहार पुलिस की गिरफ़्त में है, नीतीश कुमार जी आप मुसलमानों को सम्मान देंगे की नहीं?" : @asadowaisi
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— News24 (@news24tvchannel) September 13, 2022
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असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट कर कहा कि सेक्युलरिज़्म नहीं, सत्ता नहीं, हमें सम्मान चाहिए। पिछले 4 दिनों से 8 वर्षीय रिज़वान जेल की सलाखों में कैद है। उसकी मां की बेबसी को आप लोग कैसे नजर-अंदाज कर सकते हैं? नीतीश कुमार-तेजस्वी यादव रिजवान के साथ ऐसा सुलूक क्यों किया जा रहा है? हमारा रिजवान कब रिहा होगा?
सेक्युलरिज़्म नहीं, सत्ता नहीं, हमें सम्मान चाहिए। पिछले 4 दिनों से 8 वर्षीय रिज़वान जेल की सलाखों में क़ैद है। उसकी माँ की बेबसी को आप लोग कैसे नज़र-अंदाज़ कर सकते हैं? @yadavtejashwi @NitishKumar रिज़वान के साथ ऐसा सुलूक क्यों किया जा रहा है? हमारा रिज़वान कब रिहा होगा? pic.twitter.com/PBBADDsE21
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) September 13, 2022
बच्चे को हिरासत में रखे जाने का मामला क्या है?
मामला बिहार के सीवान जिले का है। जानकारी के मुताबिक, आठ साल के बच्चे को उसके 70 साल के दादा के साथ बिहार पुलिस ने 8 सितंबर को सीवान में हुई सांप्रदायिक हिंसा के आरोप में हिरासत में लिया था। ससुर और बेटे को पुलिस हिरासत में लिए जाने के बाद बच्चे की मां ने कहा कि मेरा बेटा अपने दादा के साथ मस्जिद में नमाज पढ़ने गया था और उन दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया।
8 साल के रिज़वान और 70 साल के यासीन क़ैद हैं।@laluprasadrjd ने 1990 में अडवाणी को “गिरफ़्तार” कर गेस्ट हौज़ भेजा था।इस “एहसान” को चुकाने भला मुसलमानों को कितने नस्लों की क़ुरबानी देगी होगी? लालू के लाल एहसान जताते-जताते मंत्री बन गए, लेकिन हमारे बच्चे और बुजुर्ग…? (Zolpidem) @yadavtejashwi pic.twitter.com/AA9YnYtEYI
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) September 11, 2022
महिला ने बताया कि उसे पुलिस स्टेशन से फोन आया, जिससे बेटे और ससुर के हिरासत की सूचना मिली। पुलिस ने कहा था कि पूछताछ के बाद बेटे को जल्द ही रिहा कर दिया जाएगा। हालांकि, जब वह अगली सुबह बेटे से मिलने थाना पहुंची तो पुलिस ने मिलने नहीं दिया। महिला ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उनके बेटे को रिहा करने के लिए उससे पैसे की मांग की।
बहरिया पुराना बाजार में हुई थी सांप्रदायिक हिंसा
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बरहरिया पुराना बाजार सीवान शहर से 15 किलोमीटर की दूरी पर है। पड़ोस में मुसलमानों और हिंदुओं दोनों की दुकानें हैं। इलाके में एक पुरानी मस्जिद है, जहां आसपास के इलाकों से लोग नमाज पढ़ने आते हैं। हर साल इस क्षेत्र से 8 सितंबर को महावीर मेला के लिए एक धार्मिक जुलूस का आयोजन किया जाता है।
8 सितंबर को महावीर मेले के दौरान सांप्रदायिक तनाव हो गया था, जिसके बाद गिरफ्तारियों का सिलसिला शुरू हो गया था। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सीवान पुलिस ने इस घटना के संबंध में 35 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है, जिसमें 25 मुस्लिम और 10 हिंदू शामिल हैं, और 20 लोगों को हिरासत में लिया है।