Delhis female constable murder case: दिल्ली पुलिस की पूर्व महिला सिपाही की हत्या का दो साल बाद खुलासा हुआ है। पुलिस ने हत्या के आरोप में मृतका के दोस्त दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल सुरेंद्र सिंह को अरेस्ट किया है। आरोपी ने हत्या के बाद शव को नाले में फेंक ऊपर पत्थर रखा दिया था, ताकि शव बाहर न निकले। अब आरोपी की निशानदेही पर पुलिस ने युवती का कंकाल बरामद कर लिया है। हैरानी की बात है कि आरोपी ने युवती के परिजनों और पुलिस को बरगलाए रखा। उसने राज को छिपाने के लिए एक कॉलगर्ल की हेल्प भी ली।
बहनोई से करवाता था फोन
महिला सिपाही सोनिया के मर्डर के बाद आरोपी ने उसके परिजनों को गुमराह किया। जिसके लिए अपने बहनोई रविन का सहारा लिया। वह लगातार बुलंदशहर के रविन के जरिए सोनिया के परिजनों को फोन करवाता था। वह यह दिलासा देता था कि वह अपने ब्वॉयफ्रेंड के साथ रह रही है। मर्जी से अब परिवार से दूर है। उसे ढूंढने की जरूरत नहीं है। कभी कभार वह परिजनों को लेकर मुखर्जी नगर पुलिस स्टेशन भी जाता था। ताकि परिजनों को लगे कि तफ्तीश चल रही है।
लेकिन ये राज उसकी एक गलती से खुल गया। पिछले साल आरोपी एक कॉलगर्ल के साथ मसूरी, देहरादून और ऋषिकेश घूमने के लिए गया था। जहां पर उसने अलग-अलग होटलों में स्टे किया। यहां उसने सोनिया के कुछ डॉक्यूमेंट्स छोड़ दिए थे। जिसके बाद होटल वालों ने सोनिया के घर फोन कर उसके दस्तावेजों के बारे में जानकारी दे दी। पुलिस ने जब वहां जांच की, तो बताया गया कि सोनिया आई थी। जिसके बाद पुलिस को लगा कि वह मां-बाप के साथ नहीं आना चाह रही है।
ड्यूटी के दौरान दोनों में शुरू हुआ अफेयर
दोनों की पहचान 2018 में पीसीआर यूनिट में तैनाती के दौरान हुई थी। जिसके बाद दोनों में अफेयर शुरू हुआ। हवलदार ने मोनिका को नहीं बताया कि वह शादीशुदा है। वह मोनिका पर विवाह के लिए दबाव डाल रहा था, लेकिन मोनिका खुश नहीं थी। आखिर में आरोपी ने सितंबर 2021 में उसको अगवा करने के बाद मर्डर कर दिया।
यहां बॉडी को बुराड़ी पुश्ता के पास नाले में पत्थर बांधकर डुबो दिया। मोनिका का सेलेक्शन पहले 2020 में यूपी पुलिस में एसआई के तौर पर हो गया था। जिसके बाद वह दिल्ली पुलिस से रिजाइन कर चुकी थी। वह मुखर्जी नगर के एक पीजी में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रही थी।