नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता राघव चड्ढा ने कहा कि भाजपा ने घोषणा की थी कि वह मेयर का चुनाव नहीं लड़ेगी। लेकिन अब निर्दलीय उम्मीदवार खड़ा कर रही है, जिसे सभी भाजपा पार्षद समर्थन देंगे। भाजपा को सुझाव है कि हिम्मत है तो सामने आकर मेयर का चुनाव लड़ो। पीठ के पीछे से कायर वार करते हैं। ऐसे पीछे से चोर दरवाजे से निर्दलीय उम्मीदवार के कंधे पर बंदूक रखकर चुनाव लड़ना इतनी बड़ी पार्टी को शोभा नहीं देता है।
मेयर का चुनाव भाजपा सामने आकर लड़े। दिल्ली की जनता तय करेगी कि एमसीडी में मेयर किसका होगा? उन्होंने कहा कि एमसीडी चुनावों में लोगों ने बीजेपी को दिल्ली की राजनीति से निकाल कर बाहर कर दिया है। बीजेपी अब ना विधानसभा में है और ना ही नगर निगम में है। दिल्ली बीजेपी के नेताओं की बेरोजगारी का आलम यह है कि अब वह प्राइवेट वेबसाइट्स पर नौकरी ढूंढ रहे हैं।
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य राघव चड्ढा ने आज पार्टी मुख्यालय में महत्वपूर्ण प्रेस वार्ता को संबोधित किया। राघव चड्ढा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने दिल्ली की जनता के सामने एक घोषणा की थी कि दिल्ली नगर निगम में बीजेपी बहुमत का आंकड़ा नहीं छूं पायी।
इसके मद्देनजर बीजेपी मेयर का चुनाव नहीं लड़ेगी और अपनी पार्टी का कोई प्रत्याशी खड़ा नहीं करेंगी। यह घोषणा दिल्ली की जनता के सामने बीजेपी के तमाम बड़े बड़े कद्दावर नेताओं ने की। क्योंकि आम आदमी पार्टी की जीत हुई और बहुमत भी हमारे साथ है। दिल्ली वालों का प्यार आशीर्वाद अपने बेटे अरविंद केजरीवाल जी के साथ है।
उन्होंने कहा कि अब खबरें आ रही हैं कि बीजेपी एक निर्दलीय उम्मीदवार को मेयर के चुनाव में खड़ा करने जा रही है। उस निर्दलीय प्रत्याशी को बीजेपी के तमाम पार्षद सपोर्ट करके आम आदमी पार्टी को चुनौती देने जा रहे हैं।
मैं बीजेपी की इस रणनीति का स्वागत करता हूं। चुनाव लड़ने का अधिकार सबको है। आप अपनी पार्टी को सामने रखकर चुनाव लड़ें या पीछे से चोर दरवाजे से निर्दलीय चुनाव लड़ें, यह फैसला आपका है।
मेरा सुझाव है कि इतना डर क्यों है। अगर मेयर का चुनाव लड़ना है तो सामने आकर लड़िए। आम आदमी पार्टी से सीधी टक्कर लीजिए। ऐसे पीछे से चोर दरवाजे से वार करना और निर्दलीय उम्मीदवार के कंधे पर रखकर बंदूक चलाना, इतनी बड़ी पार्टी को शोभा नहीं देता है। अगर हिम्मत है तो सामने आकर अपनी पार्टी के नाम पर लडो। आप लोगों को निर्दलीय उम्मीदवार की क्यों जरूरत पड़ गई?
राज्य सभा सांसद राघव चड्ढा ने कहा कि दिल्ली नगर निगम के चुनावों में लोगों ने बीजेपी को दिल्ली की राजनीति से आधिकारिक तौर पर निकाल कर बाहर कर दिया है। बीजेपी अब ना विधानसभा में है और ना ही अब नगर निगम में है। दिल्ली बीजेपी के नेताओं की बेरोजगारी का आलम यह है कि अब वे प्राइवेट वेबसाइट्स पर नौकरी ढूंढ रहे हैं। क्योंकि दिल्ली की जनता की बदौलत उनकी राजनीतिक बेरोजगारी दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। मेरा स्पष्ट सुझाव बीजेपी को है कि सामने आकर चुनाव लड़िए।
मेयर के चुनाव में एक निर्दलीय कैंडिडेट खड़ा करके पीछे से वार करने से बेहतर है कि अपनी पार्टी के बलबूते मेयर का चुनाव लड़ें। पीछे से पीठ पर वार तो कायर करते हैं। आप खुद को विश्व की सबसे बड़ी पार्टी कहते हैं। आप कायरों की तरह पीठ पीछे षड्यंत्र रच कर हमारी पीठ पर वार मत कीजिए। मेयर का चुनाव सामने मैदान में आकर लड़ो। दिल्ली की जनता तय करेगी कि दिल्ली नगर निगम में मेयर किसका होगा और किसकी सरकार बनेगी।