बता दें कि आरोपी आफताब ने अपनी लिव इन पार्टनर की गला घोंटकर हत्या कर दी थी और फिर शव के 35 टुकड़े कर दिए थे। इसके बाद उसने शव के टुकड़ों को ठिकाने भी लगा दिया था। वारदात के छह महीने बाद पुलिस ने आफताब पूनावाला को सोमवार को दिल्ली के छतरपुर में उनके साझा फ्लैट से गिरफ्तार किया।
आफताब ने पुलिस से क्या बताया?
पूछताछ के दौरान, आफताब ने पुलिस को बताया कि उसके और श्रद्धा के रिश्ते खराब थे और अक्सर झगड़े होते रहते थे। उन्होंने कहा कि श्रद्धा उन पर शादी करने का दबाव बना रही थीं और वे अक्सर इसे लेकर झगड़ते थे।
18 मई को कहासुनी के बाद आफताब ने अपने साथी का गला दबा दिया। फिर उसने एक धारदार हथियार से उसके शरीर के टुकड़े-टुकड़े कर दिए और कटे हुए हिस्सों को स्टोर करने के लिए एक फ्रिज खरीद लिया। अगले 16 दिनों में, वह रात के अंधेरे में निकल जाता और दिल्ली के आसपास विभिन्न स्थानों पर टुकड़ों को ठिकाने लगा देता था।
8 नवंबर को श्रद्धा के पिता ने दर्ज कराई थी शिकायत
श्रद्धा के पिता ने 8 नवंबर को दिल्ली के महरौली पुलिस स्टेशन में अपनी बेटी के लापता होने की प्राथमिकी दर्ज कराने के बाद जांच शुरू की थी। उन्होंने पुलिस को बताया था कि श्रद्धा के दोस्त ने 14 सितंबर को उनके बेटे से संपर्क किया और कहा कि वह दो महीने से अधिक समय से श्रद्धा के संपर्क में नहीं है। श्रद्धा का फोन स्विच ऑफ है।
आरोपी ने शातिरों की तरह वारदात को दिया अंजाम
श्रद्धा का गला घोंटने और उसके शरीर को काटने के बाद, आफताब ने 300 लीटर का एक रेफ्रिजरेटर खरीदा, जिसे उसने 16 दिनों में दिल्ली के जंगल में फेंक दिया था। जिस कमरे में आफताब ने वारदात को अंजाम दिया, उस कमरे में उसने खून के धब्बों को साफ करने के लिए केमिकल का यूज किया। पुलिस ने जब फ्रिज बरामद किया तो उसमें खून का एक छींटा तक नहीं था।
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