नई दिल्ली: केजरीवाल सरकार दिल्ली में देश का सबसे अत्याधुनिक सरकारी स्कूल तैयार करवा रही है| दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था को वर्ल्ड-क्लास बनाने की दिशा में एक और कदम उठाते हुए केजरीवाल सरकार एक ऐसा स्कूल बना रही है जो आधुनिक सुविधाओं से पूरी तरह लैस होगा| पढ़ाई के साथ-साथ स्कूल में स्पोर्ट्स का भी पूरा ध्यान रखा जाएगा| स्कूल का डिज़ाइन इस तरह तैयार किया गया है जिससे स्कूल की छत का भी पूरी तरह से उपयोग किया जा सकेगा| खुद में अनूठे इस स्कूल बिल्डिंग की छत पर ही आउटडोर स्पोर्ट्स एक्टिविटीज को ध्यान में रखते हुए बास्केटबाल, टेनिस और बॉलीबॉल कोर्ट तैयार किया जाएगा|
स्कूल में एक शानदार सेमी ओलम्पिक साइज़ स्विमिंग पूल भी तैयार किया जाएगा| स्कूल में 55 क्लासरूम के साथ-साथ सभी तकनीकों और संसाधनों से लैस 8 लैब बनाए जाएंगे| साथ ही स्कूल की बिल्डिंग में रेन-वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम जैसे आधुनिक सुविधाएं स्थापित की जाएगी| स्कूल में 750 लोगों की क्षमता वाले एक ऑडीटोरियम के साथ साथ 1000 लोगों के बैठने की क्षमता वाले ओपन एम्फी थिएटर का निर्माण भी किया जाएगा|
ये स्कूल जुलाई तक बनकर तैयार हो जाएगा जिसमे बच्चों की पढ़ाई के साथ-साथ खेल संबंधी सभी वर्ल्ड-क्लास सुविधाएं मौजूद होंगी| गर्मियों में स्कूल को ठंडा रखने के लिए रेडीएंट कूलिंग टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जायेगा जिससे क्लासरूम का तापमान सामान्य तापमान से 8-10 डिग्री तक कम होगा| उपमुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने सोमवार को मेहराम नगर में बन रहे डॉ.बी.आर.अम्बेडकर स्कूल ऑफ़ स्पेशलाइज्ड एक्सीलेंस के निर्माण कार्यों का जायजा लिया|
इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि इस स्कूल की नई बिल्डिंग का डिज़ाइन बच्चों के ओवरआल डेवलपमेंट को ध्यान में रख कर तैयार किया गया है | ये स्कूल बिल्डिंग आम स्कूलों से अलग होगा और स्कूल की पूरी बिल्डिंग बच्चों के लर्निंग प्रोसेस में शामिल होगी|
कैसा होगा स्कूल
अत्याधुनिक क्लासरुम और लैब
इस स्कूल में 55 क्लासरुम होंगे| सभी क्लासरुम शिक्षण के सभी आधुनिक सुविधाओं से लैस होंगे। स्मार्ट क्लासरुम डिजिटल लर्निंग के लिए भी मुफीद होंगे साथ ही बच्चों की जरुरतों के मुताबिक उनमें सभी सुविधाएं होंगी। साथ ही इस स्कूल में 8 लैब होंगी| चार मंजिल की सकूल की इमारत में हर फ्लोर पर 2 लैब होंगे| इस तरह से स्कूल में कुल 8 लैब होंगे। सभी लैब में आज के हिसाब से सभी आधुनिक सुविधाएं होंगी।
स्कूल के छत पर मौजूद होंगे वर्ल्ड क्लास आउटडोर स्पोर्ट्स फैसिलिटीज़
पढ़ाई के साथ-साथ बच्चों के शारीरिक विकास के लिए और खेल के प्रति बच्चों को प्रोत्साहित करने के लिए स्कूल में वर्ल्ड क्लास स्पोर्ट्स फैसिलिटीज़ विकसित किए जाएंगे| स्कूल की छत पर बास्केट बाल कोर्ट, टेनिस कोर्ट और वॉलीबॉल कोर्ट तैयार किया जाएगा तो खुद में काफी अनूठा होगा|
स्कूल में मौजूद होगा शानदार ऑडिटोरियम और ओपन एम्फी थिएटर
स्कूल में 800 लोगों की बैठने की क्षमता वाले एक भव्य ऑडिटोरियम का भी निर्माण किया जाएगा| ये ऑडिटोरियम सभी आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा और इसका प्रयोग स्कूल में होने वाले विभिन्न सांस्कृतिक गतिविधियों के साथ-साथ बड़े कांफ्रेंस के लिए भी किया जा सकेगा| इसके साथ ही स्कूल में 1000 लोगों की क्षमता वाले एक ओपन एमपी थिएटर भी तैयार किया जाएगा|
भविष्य के ओलिंपियनस के लिए स्कूल में तैयार होगा वर्ल्ड-क्लास स्विमिंग पूल
स्कूल में एक शानदार वर्ल्ड-क्लास सेमी ओलम्पिक साइज़ स्विमिंग पूल तैयार किया जाएगा| जिसमे हीटिंग और कुलिंग फैसिलिटी मौजूद होंगी| इस स्विमिंग पूल की लम्बाई 25 मीटर व चौड़ाई 12.5 मीटर ताकि एक बार में ज्यादा से ज्यादा बच्चे स्विमिंग की प्रैक्टिस कर सके|
विश्वस्तरीय इंडोर स्पोर्ट्स एक्टिविटीज से लैस होगा स्कूल
स्कूल में पढ़ाई के साथ-साथ खेल को भी प्रोत्साहित किया जाएगा| इसके तहत स्कूल बिल्डिंग में स्पोर्ट्स के लिए अलग से ब्लाक तैयार किया गया है| इस ब्लाक में स्पोर्ट्स से सम्बन्धत सभी सुविधाएं मौजूद होंगी| साथ ही स्कूल में स्क्वैश व टेबल टेनिस जैसे इनडोर स्पोर्ट्स एक्टिविटीज के लिए कोर्ट भी मौजूद होगा|
रेडीएंट कूलिंग टेक्नोलॉजी से गर्मियों में भी ठंडा रहेगा स्कूल
स्कूल रेडीएंट कूलिंग टेक्नोलॉजी से लैस होगा| इस टेक्नोलॉजी के तहत क्लासरूम के फर्शों के नीचे पानी के पाइप का जाल बिछाया गया है| इनमें से ठंडा पानी गुजार कर क्लासरूम को ठंडा किया जायेगा| इससे दिल्ली की तेज गर्मी में भी क्लासरूम का तापमान सामान्य से 8-10 डिग्री कम होगा|
उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने निर्माणाधीन स्कूल भवन का निरीक्षण करते हुए कहा, ‘इस तरह के स्मार्ट स्कूल से निकलने वाले बच्चे दुनिया भर में भारत का नाम रोशन करेंगे| केजरीवाल सरकार दिल्ली के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को विश्व स्तरीय सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है।
स्कूलों को सभी सुविधाएं उपलब्ध कराना हम सबकी जिम्मेदारी है, लेकिन एक अच्छे स्कूल की पहचान सिर्फ एक शानदार इमारत से नहीं बल्कि उसके छात्रों और शिक्षकों की मेहनत से होती है। यहां उन्हें अपने लक्ष्यों को हासिल करने के लिए उन्नत और आधुनिक सुविधाएं मिलेंगी।”
श्री सिसोदिया ने कहा कि 2015 में सरकार बनने के बाद से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली की शिक्षा प्रणाली को बदलने को प्राथमिकता दी है। यही कारण है कि आज दिल्ली में न केवल विश्वस्तरीय बुनियादी ढांचे वाले सरकारी स्कूल बन रहे हैं, बल्कि बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा भी दी जा रही है। शिक्षा को लेकर मुख्यमंत्री के विजन की ही आज पूरी दुनिया में दिल्ली की शिक्षा क्रांति की चर्चा हो रही है|
Edited By