Delhi Dussehra 2023 Sanatan Vidrohi: दिल्ली की रामलीला और दशहरा पूरे देश में प्रसिद्ध है। यहां बड़े स्तर पर रामलीलाओं का आयोजन किया जाता है, लेकिन इस बार दिल्ली की रामलीला और दशहरा कुछ अलग होंगे, क्योंकि रावण, कुंभकरण और मेघनाथ के साथ इस बार चौथा पुतला भी जलाया जाएगा। ये पुतला सनातन विद्रोहियों का होगा। दिल्ली भाजपा की ओर से सोमवार को इस बारे में जानकारी साझा की गई है। ये मामला ऐसे समय पर सामने आया है जब देश में सनातन को लेकर विवाद छिड़ा हुआ है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने की रामलीला महासंघ अध्यक्ष से मुलाकात
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली भाजपा की ओर से जारी एक आधिकारिक प्रेस नोट में कहा गया है कि दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने आज सुबह रामलीला महासंघ दिल्ली के अध्यक्ष अर्जुन कुमार से बात की। उनसे अनुरोध किया गया है कि सभी रामलीला आयोजक सनातन धर्म विरोधी नेताओं के पुतले जलाएं। इस संदर्भ में दिल्ली भाजपा के मीडिया प्रमुख प्रवीण शंकर कपूर ने रामलीला महासंघ के अध्यक्ष अर्जुन कुमार और दिल्ली धार्मिक महासंघ के अध्यक्ष को पत्र लिखा था।
यह भी पढ़ेंः ‘अगर मैं भी जूता निकालकर मार देता तो…’ रमेश बिधूड़ी की टिप्पणी पर भड़के BSP सांसद
इस बार चौथा पुतला
धीरज धर गुप्ता ने दशहरे के दिन सनातन धर्म विरोधियों के पुतले जलाने की अपील की। सनातन विद्रोही का चौथा पुतला दशहरे के दिन जलाने का निर्णय लिया। यह निर्णय सनातन धर्म को लेकर चल रहे विवाद के बीच आया है, जो तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन की टिप्पणियों के बाद शुरू हुआ था। उन्होंने सनातन की तुलना मलेरिया और डेंगू जैसी बीमारियों से की थी।
स्टालिन की टिप्पणी से शुरू हुआ था विवाद
इसके बाद I.N.D.I.A ब्लॉक के भीतर विभिन्न दलों के नेताओं ने भी सनातन धर्म के खिलाफ टिप्पणी की, जिससे देशभर में बहस और चर्चाएं शुरू हो गईं। भाजपा ने हिंदू धर्म और सनातन धर्म के खिलाफ विपक्ष की टिप्पणियों की जमकर आलोचना की। बता दें कि दशहरा (जिसे विजयादशमी भी कहा जाता है) पारंपरिक उत्सव है, जिसे बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना जाता है। दशहरे में रावण, मेघनाद और कुंभकर्ण के तीन पुतले जलाए जाते हैं।