Jangpura Assembly Elections 2025: दिल्ली चुनाव में आम आदमी पार्टी को झटका लगा है। पार्टी के बड़े नेता और डिप्टी CM रह चुके मनीष सिसोदिया को हार का सामना करना पड़ा है, BJP के Tarvinder Singh Marwah ने उन्हें 38859 वोटों से शिकस्त दी है।
पार्टी ने इस बार मनीष सिसोदिया को नई सीट से चुनावी रण में उतारकर बड़ा दांव खेला। कांग्रेस ने मनीष के सामने फरहाद सूरी को खड़ा किया। वहीं, इस सीट से 2 बार कांग्रेस की टिकट से विधानसभा चुनाव हार चुके तरविंदर सिंह मरवाह इस बार भाजपा की टिकट से किस्मत आजमा रहे हैं। ऐसे में देखना यह होगा कि सीट बदलकर चुनाव लड़ने का फायदा मनीष सिसोदिया को मिलेगा या पार्टी बदलकर चुनाव लड़ने का फायदा तरविंदर सिंह मरवाह को मिलेगा?
मनीष सिसोदिया
मनीष सिसोदया दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री और वर्तमान में दिल्ली की पटपड़गंज सीट से विधायक हैं, लेकिन इस बार वे जंगपुरा से विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं। मनीष सिसोदिया RTI और सामाजिक कार्यकर्ता भी हैं। सोशल वर्कर बनने से पहले वे पत्रकार थे। उनकी 2 सामाजिक संस्थाएं हैं, जिनके नाम कबीर और परिवर्तन हैं। वे NGO सार्वजनिक हित अनुंसधान फाउंडेशन के को-फाउंडर हैं। वे पन्ना नाम हिंदी समाचार पत्र के संपादक हैं। आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के मेंबर हैं। उप-मुख्यमंत्री रहते हुए वे शिक्षा, उच्च शिक्षा, जन निर्माण विभाग (PWD), शहरी विकास, स्थानीय निकाय, भूमि एवं भवन तथा रेवेन्यू विभाग संभालते थे।
तरविंदर सिंह मरवाह
जंगपुरा से भाजपा की टिकट पर दिल्ली विधानसभा चुनाव लड़ रहे तरविंदर सिंह मरवाह पहले कांग्रेस में थे। 6 जुलाई 2022 को उन्होंने कांग्रेस छोड़कर भाजपा जॉइन की थी। तरविंदर कांग्रेस की टिकट पर 2 बार साल 2015 और 2020 में जंगपुरा से चुनाव हार चुके हैं। इससे पहले 3 बार वे इस सीट से विधायक रहे। वे दिल्ली के मुख्यमंत्री के संसदीय सचिव के रूप में भी काम कर चुके हैं।
फरहाद सूरी
जंगपुरा से कांग्रेस की टिकट पर दिल्ली विधानसभा चुनाव लड़ रहे फरहाद सूरी दिल्ली नगर निगम के मेयर रह चुके हैं। उन्हें सियासत विरासत में मिली हैं। उनकी मां ताजदार बाबा दिल्ली कांग्रेस की मेंबर रही हैं। वे मिंटो रोड सीट से 2 बार विधायक रहीं। फरहाद सूरी जंगपुरा के निजामुद्दीन वार्ड से पार्षद हैं और पिछले कई सालों से पार्षद का चुनाव जीतते आ रहे हैं। फरहाद सूरी ओखला के विधानसभा उप-चुनाव में कांग्रेस की टिकट पर चुनावी रण में उतरे थे। फरहाद सूरी पंजाबी मुस्लिम हैं। क्योंकि जंगपुरा में पंजाब और मुस्लिम वोटर ज्यादा हैं। ऐसे में फरहाद सूरी मनीष सिसोदिया का गेम बिगाड़ सकते हैं।