BJP AAP Candidates Winning Margin: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में भाजपा ने आम आदमी पार्टी के 16 किले ध्वस्त किए, जिनमें अरविंद केजरीवाल का नई दिल्ली भी शामिल है। 26 सीटों पर आम आदमी पार्टी पिछले 3 चुनाव लगातार जीत रही थी। भाजपा को वेस्ट दिल्ली और नॉर्थ-वेस्ट दिल्ली में सबसे ज्यादा फायदा हुआ। 2020 में भाजपा ने इन दोनों इलाकों की 20 सीटों में से सिर्फ 1 सीट जीती थी। इस बार 16 सीटें जीती हैं।
दिल्ली की सभी 10 जाट बहुल सीटें भी भाजपा ने जीतीं हैं। कांग्रेसको दिल्ली में एक भी सीट नहीं मिली, लेकिन आम आदमी पार्टी को जरूर हरवा दिया, क्योंकि 14 सीटों पर आम आदमी पार्टी की हार का मार्जिन कांग्रेस को मिले वोटों से कम है। अगर AAP और कांग्रेस एक होते तो 37 सीट दोनों मिलकर जीत जाते। बहुमत के लिए 36 सीटें चाहिए।
कांग्रेस को 14 सीटों पर जीत के अंतर से अधिक वोट मिले, जहां भाजपा विजयी हुई और उसने दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया सहित आप उम्मीदवारों को हराया। वे 14 सीटें तिमारपुर, बादली, नांगलोई जाट, मादीपुर, राजेंद्र नगर, नई दिल्ली, जंगपुरा, कस्तूरबा नगर, मालवीय नगर, महरौली, छतरपुर, संगम विहार, ग्रेटर कैलाश और त्रिलोकपुरी हैं।
यह भी पढ़ें:‘दिल्ली का जनादेश स्वीकार, BJP के खिलाफ लड़ाई जारी रखेंगे’; अरविंद केजरीवाल के बाद बोलीं आतिशी?
नई दिल्ली सीट
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के बेटे और प्रवेश वर्मा ने नई दिल्ली सीट से अरविंद केजरीवाल को हराया। केजरीवाल इस सीट पर 4089 वोटों के अंतर से हार गए, जबकि कांग्रेस के संदीप दीक्षित 4568 वोटों के अंतर से तीसरे स्थान पर रहे, जो जीत के अंतर से ज्यादा है।
जंगपुरा सीट
मनीष सिसोदिया भाजपा के तरविंदर सिंह मारवाह से मात्र 675 वोटों से हार गए, जबकि कांग्रेस के फरहाद सूरी को 7350 वोट मिले।
ग्रेटर कैलाश सीट
दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज को भाजपा की शिखा रॉय ने 3188 वोटों से हराया, जबकि कांग्रेस उम्मीदवार गर्वित सिंघवी को 6711 वोट मिले।
यह भी पढ़ें: मनीष सिसोदिया को हराने वाले तरविंदर मारवाह कौन? कांग्रेस छोड़कर आए थे BJP में
मालवीय नगर
भाजपा के सतीश उपाध्याय ने 3 बार के विधायक सोमनाथ भारती को 2131 वोटों से हराया। कांग्रेस उम्मीदवार जितेंद्र कुमार कोचर को 6770 वोट मिले।
राजिंदर नगर
AAP के वरिष्ठ नेता दुर्गेश पाठक को भाजपा के उमंग बजाज के खिलाफ 1231 वोटों से हार का सामना करना पड़ा। कांग्रेस के विनीत यादव को 4105 वोट मिले, जिससे AAP को झटका लगा।
हालांकि कई सीटें ऐसी भी हैं, जहां कांग्रेस को जीत के अंतर से अधिक वोट मिले, लेकिन AAP जीत गई। इसमें कालकाजी भी शामिल है, जहां दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने भाजपा के रमेश बिधूड़ी को हराया।
एकमात्र सीट, जहां कांग्रेस दूसरे स्थान पर रही, वह कस्तूरबा नगर थी, जहां अभिषेक दत्त को 27019 वोट मिले, लेकिन वह भाजपा के नीरज बसोया से हार गए, जिन्हें 38067 वोट मिले। महरौली, ओखला और मुस्तफाबाद में कांग्रेस तीसरे स्थान से भी बाहर हो गई।
यह भी पढ़ें:केजरीवाल को हराने वाले परवेश वर्मा कौन? नई दिल्ली में पूर्व CM को दी थी कांटे की टक्कर