Balwant Rai Mehta Jayanti: अखिल भारतीय पंचायत परिषद के संस्थापक अध्यक्ष बलवंत राय मेहता की 124वीं जयंती पर राष्ट्रीय कार्यालय मयूर विहार (नई दिल्ली) में कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इसमें देश भर से आए हजारों लोगों ने हिस्सा लिया। इस मौके पर अखिल भारतीय पंचायत परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष अध्यक्ष सुबोध कांत सहाय के नेतृत्व में अखिल भारतीय पंचायत परिषद की कार्यसमिति और महासमिति बैठक भी हुई। इसे पंचायत सशक्तिकरण के लिए ‘देशव्यापी मंथन’ का नाम दिया गया है।
22 राज्यों के प्रतिनिधि पहुंचे
बताया गया है कि इस कार्यक्रम (Balwant Rai Mehta Jayanti) में देश के 22 राज्यों से पंचायत परिषद के पदाधिकारी (प्रदेश अध्यक्ष, प्रदेश संयोजक, कार्यसमिति और महासमिति सदस्य) शामिल हुए। कार्यक्रम में अखिल भारतीय पंचायत परिषद के संरक्षक, भाजपा के संस्थापक सदस्य और राज्य सभा के सदस्य डीपी रॉय भी शामिल रहे।
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बलवंत राय मेहता के जीवन परिचय पर प्रकाश डाला
अखिल भारतीय पंचायत परिषद के संस्थापक अध्यक्ष और गुजरात राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय बलवंत राय मेहता की जयंती के मौके पर अखिल भारतीय पंचायत परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोध कांत सहाय ने उनके चित्र पर पुष्प अर्पित किए।
उनके जीवन पर प्रकाश डाला। उनके मार्ग पर चलकर त्रिस्तरीय पंचायत व्यवस्था को और मजबूत करने का संकल्प भी लिया गया। उन्होंने कहा कि जब तक ग्राम पंचायत मजबूत नहीं होंगी, तब तक देश के अंतिम व्यक्ति तक विकास नहीं पहुंचेगा और देश मजबूत नहीं होगा।
हर राज्य में जाएगा प्रतिनिधिमंडल
सुबोध कांत सहाय ने कहा कि पंचायत सशक्तिकरण के लिए यह देशव्यापी मंथन कराया जा रहा है। इससे हमें पंचायतों को मजबूत करने के लिए कई सुझाव मिलेंगे। इनके आधार पर पंचायत परिषद की टीम हर राज्य में जाकर पंचायत मंत्री और मुख्यमंत्री से मुलाकात करेगी। पंचायत से जुड़े मुद्दों पर सुझाव पेश करेगी। जहां-जहां जरूरत पड़ेगी, वहां पंचायत परिषद का प्रतिनिधिमंडल जाकर पंचायतों में जागरूकता अभियान और ट्रेनिंग कार्यक्रम भी चलाएगा।
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पंचायच के त्रिस्तरीय मॉडल को लागू कराया
आरके सिन्हा ने कहा कि बलवंत राय मेहता ने पंचायती राज के त्रिस्तरीय मॉडल को बनाने में अपना अहम योगदान दिया। पंचायत की अवधारणा भारत में प्राचीन काल से हैं। चंद्रगुप्त काल में विहार के बैशाली में पंचायत का उल्लेख पाया जाता है। सिन्हा ने बताया कि मेहता आजाद भारत के पहले शहीद थे, जिन्होंने भारत पाक-युद्ध के दौरान पाक सेना के हमले में अपनी जान गवाई। मेहता की ओर से दिए गए सुझावों से कानून तो बन गया है, लेकिन अभी उसका क्रियान्वयन होना बाकी है।
महिला मुखिया के मामले में सरकार नई रणनीति बनाए
उन्होंने कहा कि आज महिलाओं का मुखिया बनना संभव तो हुआ है, लेकिन महिला मुखिया के अधिकारों का प्रयोग ज्यादातर मामलों में उनके पति या फिर उनके परिवार वाले ही करते हैं। इसके लिए सरकार को नई रणनीति के तहत काम करने की जरूरत है। इस मौके पर राज्य सभा के पूर्व सदस्य डेबा प्रसाद राय ने कहा कि 73वां संविधान संसोधन पंचायतों में त्रिस्तरीय मॉडल को लागू करने के लिए किया गया था, लेकिन अब तक वह उद्देश्य पूरा नहीं हो सका है। गावं की सरकारें आज भी राज्यों के भरोसे पर चलती हैं।
पंचायतों में हरियाली बढ़ाने के लिए साथ आए
अखिल भारतीय पंचायत परिषद के कार्यवाहक अध्यक्ष ने कहा कि पंचायतों में हरियाली बढ़ाने के लिए पंचायत परिषद देशव्यापी अभियान अभियान चलाएगी। गिव मी ट्रीज के संस्थापक पीपल बाबा की टीम से विनीत वोहरा ने पंचायतों में हरियाली बढ़ाने के लिए एआईपीपी अभियानों में साथ काम करने के वादा किया। जानकारी के मुताबिक आने वाले दिनों में ‘गिव मी ट्रीज’ ट्रस्ट पंचायतों में हरियाली बढ़ाने और पंचायत परिषद के ट्रेनिंग प्रोग्राम में अपने विशेषज्ञ भेजने पर सहमती जताई।
पत्रिका से बेहतर होगा संवाद
परिषद के मीडिया सलाहकार बद्रीनाथ ने बताया कि परिषद के मुखपत्र पंचायत संदेश में गावों की समस्याओं को प्रमुखता से जगह दी जा रही है। हर राज्य से रिपोर्ट प्रकाशित हो रही हैं। उन्होंने कहा कि यह पत्रिका देश के सभी जनप्रतिनिधियों तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। इस प्रकार पत्रिका के माध्यम से पंचायत से लेकर संसद के बीच एक बेहतर संवाद कायम किया जाएगा।
कार्यक्रम में ये लोग रहे मौजूद
कार्यक्रम में पूर्व सांसद विष्णु प्रसाद, महामंत्री मुख्यालय अनिल शर्मा, महामंत्री ध्यान पाल सिंह, गोवा से फ्रांसिस फर्नांडिस, पश्चिम बंगाल से एस राय चौधरी, तेलंगाना से जलील, कर्नाटक से जेबा सेल्वन, झारखंड से सुंदरी तिर्की, तमिलनाडु के पूर्व विधायक मनोहरन आदि समेत हर राज्यों से प्रतिनिधि इस कार्यक्रम में शामिल हुए।
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