नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी बनने पर देश भर के कार्यकर्ताओं और समर्थकों में खुशी की लहर है। मंगलवार को पार्टी मुख्यालय में ‘‘आप’’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने वालेंटियर्स को संबोधित कर इस मुकाम तक पहुंचाने के लिए सभी समर्थकों, शुभ चिंतकों और आलोचकों का धन्यवाद किया।
सोचा भी नहीं था कि हमारा एक विधायक भी बन पाएगा
अरविंद केजरीवाल ने इस उपलब्धि को अद्भुत, चमत्कार और अकल्पनीय करार देते हुए कहा कि जब ‘‘आप’’ बनी तो किसी ने सोचा भी नहीं था कि हमारा एक विधायक भी बन पाएगा, लेकिन महज 10 साल बाद ही ‘‘आप’’ राष्ट्रीय पार्टी बन गई। मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन को याद करते हुए कहा कि आज अगर वो होते तो हमारी खुशी में चार चांद लग जाते, लेकिन राष्ट्र विरोधी ताकतों ने उनको जेल में डाल दिया है।
देश के करोड़ों लोगों की उम्मीद अब विश्वास बन चुकी है
उन्होंने कहा कि ‘‘आप’’ पर देश के करोड़ों लोगों की उम्मीद अब विश्वास बन चुकी है। हम सबका सपना है कि भारत दुनिया का नंबर-1 देश बने। मैं देशवासियों का आह्वान करता हूं कि भारत को नंबर-1 बनाने के लिए 9871010101 नंबर पर मिस्ड कॉल कर आम आदमी पार्टी से जुड़ें। इस दौरान राज्यसभा सदस्य संजय सिंह, राघव चड्ढा, राष्ट्रीय सचिव पंकज गुप्ता, ‘‘आप’’ दिल्ली प्रदेश संयोजक गोपाल राय समेत अन्य वरिष्ठ नेता और बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।
उपर वाला हमसे देश के लिए कुछ तो कराना चाह रहा है- अरविंद केजरीवाल
‘‘आप’’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जब आम आदमी पार्टी का गठन हुआ, तब हमारे पास न पैसे थे और न आदमी थी। दस साल बाद अब हमारे पास आदमी बहुत हैं, लेकिन पैसे आज भी नहीं हैं, लेकिन भगवान हमारे साथ है। आज सुबह मैं यही सोच रहा था कि कहां से कहां आ गए। इसका मतलब उपर वाला हमसे कुछ अच्छा कराना चाह रहा है। हमारी तो कुछ औकात ही नहीं थी। भगवान ने जीरो से यहां तक पहुंचा दिया। इसका मतलब है कि उपर वाले के दिमाग में कुछ तो चल रहा है। उपर वाला हमसे देश के लिए कुछ तो कराना चाह रहा है।
मनीष सिसोदिया ने गरीबों के बच्चों के सपनों को पंख दिए
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इस खुशी के मौके पर मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन की बहुत याद आ रही है। अगर वे भी यहां होते तो हमारी खुशी में और चार चांद लग जाते। वो देश और हम सब के लिए संघर्ष कर रहे हैं। इस वक्त देश की सारी राष्ट्र विरोधी ताकतें, जो इस देश का भला और तरक्की नहीं चाहती हैं, वो सारी ताकतें मिल कर आम आदमी पार्टी का विरोध कर रही हैं। मनीष सिसोदिया का क्या कसूर है? मैं ईस्ट विनोद नगर में एक सरकारी स्कूल का उद्घाटन करने गया था। उसमें फ्रैंच, जर्मन, स्पैनिश और जैपनीज पढ़ाई जाती है। मेरी पढ़ाई हिसार के सबसे बड़े प्राइवेट स्कूल में हुई थी।
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सबको को अच्छा इलाज देने का सपना देखने वाले सत्येंद्र जैन
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि सत्येंद्र जैन का कसूर था कि इस देश के अंदर पैदा होने वाले हर तबके के व्यक्ति को अच्छा मिलना चाहिए। गरीब आदमी होने का मतलब यह नहीं है कि वो अस्पताल के कॉरिडोर में पड़ा रहेगा, उसको अच्छा इलाज और दवा नहीं मिलेगी। सभी का सरकार अच्छा इलाज कराएगी। यही सत्येंद्र जैन का कसूर था। उन्होंने देश के सभी लोगों को अच्छा इलाज देने का सपना देखा था। लेकिन सारी राष्ट्र विरोधी ताकतों ने मिलकर उनको जेल में डाल दिया। सत्येंद्र जैन भगत सिंह के चेले हैं। सारी राष्ट्र विरोधी ताकतें आम आदमी पार्टी को रोकना चाहती हैं, लेकिन उपर वाला हमारे साथ है।
इस सफर में बहुत सारे लोगों ने अपनी कुर्बानियां दीं
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इस पूरे सफर में बहुत सारे लोग हैं, जिन्होंने बहुत कुर्बानियां दी और संघर्ष किए। हमारे बहुत सारे साथियों ने खूब पुलिस के डंडे खाए और जेल गए। हमारे साथियों में से संतोष कोली शहीद हो गईं। हमने अपने साथी मीरा सान्याल को खोया। पंजाब में एक विपिन लड़का था, जिसका प्रचार के दौरान हार्ट अटैक हो गया। ऐसे कई लोग हैं, जिनको हम इस यात्रा के दौरान खोया है। आज इस मौके पर हम उनको याद करते हैं और भगवान से प्रार्थना करते हैं कि उन सबकी आत्मा को शांति दे और अपने श्रीचरणों में स्थान दे। बहुत सारे लोग ऐसे भी हैं, जो अच्छी-अच्छी नौकरियां छोड़कर आ गए। सबने सपना देखा था कि एक दिन ऐसा आएगा, जब देश के अंदर सबको अच्छी शिक्षा मिलेगी। आज वो सभी लोग बहुत खुश हैं कि दिल्ली और पंजाब के अंदर जिस तरह से गवर्नेंस का मॉडल बनाया जा रहा है, उनके सपने पूरे हो रहे हैं।
हमें अपनी विचारधारा कट्टर ईमानदारी, कट्टर देशभक्ति को याद रखने की जरूरत है
‘‘आप’’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज हमें अपनी विचारधारा को याद करने का समय है। आम आदमी पार्टी की विचारधारा के तीन स्तम्भ हैं। पहला, कट्टर ईमानदारी- हम मर जाएंगे, लेकिन देश के साथ गद्दारी व बेइमानी नहीं करेंगे। भले ही एक टाइम रोटी कम खा लेंगे। दूसरा, कट्टर देशभक्ति- देश के लिए जान हाजिर है। जरूरत पड़ी तो फांसी पर चढ़ जाएंगे। तीसरा, इंसानियत- इंसान को इंसान समझना है। इन लोगों की तरह गुंडागर्दी नहीं करनी है। हमारी विचारधारा गुंडागर्दी की नहीं है, उनकी हो सकती है।
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