Adhir Ranjan Chowdhury Statement Over Women’s Reservation Bill: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी ने राज्यसभा में महिला आरक्षण बिल पर अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह के समय राज्यसभा में पास हुआ महिला आरक्षण बिल आज तक जीवित है। हमारी CVC की बैठक में यह मांग की गई है कि महिला आरक्षण बिल को पास किया जाए। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने महिला आरक्षण बिल के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र भी लिखा। हम महिला आरक्षण बिल को पारित करने की मांग फिर से दोहराते हैं।
कांग्रेस भाजपा को नहीं देगी बिल पास होने का सारा श्रेय
अधीर रंजन की इस बात से स्पष्ट संकेत मिलते हैं कि कांग्रेस महिला आरक्षण विधेयक के मुद्दे पर भाजपा को अकेले सारा श्रेय नहीं देना चाहती है। क्योंकि अधीर रंजन चौधरी ने अलग-अलग सरकारों का जिक्र करते हुए कहा कि 1989 में जब राजीव गांधी प्रधानमंत्री थे, तब स्थानीय निकायों के चुनाव में उन्होंने एक तिहाई आरक्षण महिलाओं के लिए सुनिश्चित किया गया था। इसके बाद कांग्रेस की सरकारों ने लगातार प्रयास किया कि महिला आरक्षण बिल पास हो और कानून बने।
अधीर रंजन चौधरी ने आगे कहा कि महिला आरक्षण बिल पिछले 27 साल में 8 बार पेश हुआ। यह बिल कभी राज्यसभा में पास होता था तो कभी लोकसभा में नहीं होता था और जब कभी लोकसभा में पास होता तो राज्यसभा में नहीं होता था। अधीर रंजन चौधरी ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह और कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष और वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी का नाम लेकर इस बिल पर अपने विचार खुले तौर पर जाहिर कर दिए हैं।
अधीर रंजन ने अपने संबोधन में संसद पर भी विचार व्यक्त किए
कांग्रेस सांसद व वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी ने नई संसद में अपने संबोधन में कहा कि यह संसद केवल ईंटों और गारे से नहीं बनी है। यह भारत की आत्मा है। लंबे समय से दमित राष्ट्र की आत्मा को आजादी मिलने के बाद अभिव्यक्ति मिली। उस आत्मा को आजाद ही रखा जाए।