Delhi Politics: आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक आतिशी और सौरभ भारद्वाज को आज दिल्ली कैबिनेट में शामिल किया जाएगा। दोनों विधायक आज मंत्री पद की शपथ लेंगे। मंगलवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और पूर्व जेल मंत्री सत्येंद्र जैन का इस्तीफा स्वीकार किया था। दोनों नेता वर्तमान में तिहाड़ जेल में बंद हैं।
जानकारी के मुताबिक, मनोनीत दोनों मंत्री का शपथ ग्रहण समारोह आज शाम 4:00 बजे दिल्ली राज निवास सभागार में होगा। गृह मंत्रालय, भारत सरकार की ओर से जारी अधिसूचना के अनुसार, आतिशी मार्लेना और सौरभ भारद्वाज को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली में मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया है। इस संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग शपथ ग्रहण का आयोजन कर रहा है।
केजरीवाल की सलाह पर हुई है नियुक्ति
गृह मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि राष्ट्रपति मुर्मू ने मंगलवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की सलाह पर आतिशी और भारद्वाज को दिल्ली कैबिनेट में मंत्रियों के रूप में नियुक्त किया है, जो उनके शपथ लेने की तारीख से प्रभावी होगा।सामान्य प्रशासन विभाग के आधिकारिक बयान में कहा गया है कि गुरुवार को शाम चार बजे राज निवास के सभागार में दोनों मंत्रियों को पद एवं गोपनियता की शपथ दिलाई जाएगी। बता दें कि केजरीवाल ने कैबिनेट में उनकी नियुक्ति के लिए उपराज्यपाल को नाम भेजे थे।
कालकाजी विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं आतिशी
आतिशी कालकाजी निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करती हैं और सिसोदिया की शिक्षा टीम की प्रमुख सदस्य रही हैं। उन्होंने पूर्वी दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र से 2019 का लोकसभा चुनाव भी लड़ा था, लेकिन भाजपा के उम्मीदवार गौतम गंभीर से उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
ग्रेटर कैलाश से विधायक हैं सौरभ भारद्वाज
वहीं, पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता भारद्वाज ने दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष के रूप में कार्य किया था। ग्रेटर कैलाश से विधायक आप सरकार के पहले कार्यकाल में मंत्री भी थे। बता दें कि कथित आबकारी नीति घोटाले में गिरफ्तारी के बाद सिसोदिया ने अपने सभी 18 विभागों से इस्तीफा दे दिया था। पिछले साल दिल्ली के पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन की गिरफ्तारी के बाद उनके द्वारा संभाले गए 7 विभागों को सिसोदिया को दे दिया गया था।
राउज एवेन्यू कोर्ट ने सोमवार को सिसोदिया को 20 मार्च तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया था जिसके बाद से वे तिहाड़ जेल में बंद हैं। बता दें कि 2021 में घातक कोरोना महामारी के बीच में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली दिल्ली कैबिनेट में आबकारी नीति पारित की गई थी।
दिल्ली सरकार का कहना है कि यह नीति अधिकतम राजस्व सुनिश्चित करने, दिल्ली में नकली शराब या गैर-शुल्क भुगतान वाली शराब की बिक्री को खत्म करने के अलावा उपयोगकर्ता अनुभव को बेहतर बनाने के लिए तैयार की गई थी। सीबीआई ने 2021-22 की आबकारी नीति में कथित भ्रष्टाचार के खिलाफ मामला दर्ज किया था। बाद में आप सरकार की ओर से उत्पाद शुल्क नीति को वापस ले लिया गया था।
सिसोदिया समेत 15 लोगों के खिलाफ दर्ज की गई थी FIR
सिसोदिया उन 15 अन्य लोगों में शामिल थे जिनके खिलाफ सीबीआई ने प्राथमिकी दर्ज की थी। मामले में आबकारी अधिकारियों, शराब कंपनी के अधिकारियों, डीलरों, कुछ अज्ञात लोक सेवकों और निजी व्यक्तियों पर मामला दर्ज किया गया था।
यह आरोप लगाया गया था कि आबकारी नीति में संशोधन सहित अनियमितताएं की गई थीं और लाइसेंस धारकों को लाइसेंस शुल्क में छूट या कमी, अनुमोदन के बिना एल-1 लाइसेंस का विस्तार आदि सहित अनुचित लाभ दिए गए थे।