Aam Aadmi Party: आम आदमी पार्टी को निर्वाचन आयोग से राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिलने के एक दिन बाद अरविंद केजरीवाल ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि इस खुशी के मौके पर मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन की याद आ रही है। अगर वे इस मौके पर होते तो खुशी में चार चांद लग जाते।
दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप के राष्ट्रीय संयोजक ने कहा कि मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन देश और हम सबके लिए संघर्ष कर रहे हैं। इस वक्त देश की सभी राष्ट्रविरोधी ताकतें, देश का भला नहीं चाहती, वो आम आदमी पार्टी का विरोध कर रही हैं।
#WATCH | AAP National Convenor and Delhi CM Arvind Kejriwal says, "Anti-national forces worked to put Manish Sisodia and Satyendar Jain behind bars," as he remembers the party leaders during his address to party workers in Delhi after EC granted national party status to AAP. pic.twitter.com/Ni8kSnjva3
---विज्ञापन---— ANI (@ANI) April 11, 2023
केजरीवाल ने कहा कि कल मैं एक जगह गया था, जहां सरकारी स्कूल में जर्मन, स्पेनिश पढ़ाई जाती है। मैं हिसार के एक स्कूल से पढ़ा हूं जहां ये सुविधाएं नहीं थी, देश के किसी प्राइवेट स्कूलों में भी ये सुविधाएं नहीं है।
केजरीवाल ने कहा कि मनीष सिसोदिया का कसूर ये था कि उन्होंने गरीब बच्चों को सपने देखने के लिए पंख दिए और उनके खिलाफ राष्ट्रविरोधी ताकतें लग गई। उन्होंने कहा कि जैन साहब का कसूर ये था कि उन्होंने सपना देखा था कि देश के गरीबों को अच्छी स्वास्थ्य सुविधा मिले। ऐसा सपना दिखाने वालों को राष्ट्रविरोधी ताकतों ने मिलकर जेल में डाल दिया। दोनों भगत सिंह के चेले हैं।
केजरीवाल बोले- भगवान हमसे देश के लिए कुछ कराना चाह रहे हैं
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि 26 नवंबर 2012 को AAP बनी थी। आज 10 साल बाद AAP राष्ट्रीय पार्टी बनी है।
देश में 1300 पार्टियां हैं, 6 राष्ट्रीय पार्टी हैं। AAP 3 पार्टियों में से 1 है जिसकी 1 से ज्यादा राज्य में सरकार है। उन्होंने कहा कि मैं कार्यकर्ताओं, मतदाताओं, आलोचकों को धन्यवाद करता हूं।
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी क्या औकात, हम तो निमित्त मात्र हैं। कहां से कहां आ गए, 10 साल के अंदर राष्ट्रीय पार्टी बन गए। इसका मतलब भगवान हमसे देश के लिए कुछ तो कराना चाह रहा है। उन्होंने कहा कि राष्ट्र विरोधी ताकतें AAP को रोकना चाहती है। मनीष सिसोदिया का इतना कसूर था कि उसने ग़रीब बच्चों के सपनों को पंख दिए। सत्येंद्र जैन ने सभी का इलाज़ मुफ़्त कर दिया। राष्ट्र विरोधी ताकतों ने दोनों को जेल में डाल दिया। दोनों भगत सिंह के चेले हैं।
केजरीवाल बोले- यहां तक की यात्रा में बहुत साथी जेल गए
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पार्टी गठन से लेकर आज तक के सफर में बहुत साथी जेल गए। संतोष कोली शहीद हुई, मीरा सान्याल, विपीन को खोया है। भगवान उन सभी की आत्मा को शांति दे। बहुत से लोगों ने अपनी नौकरियां छोड़ी है। उन्होंने कहा कि हमारे 3 मज़बूत स्तंभ हैं- कट्टर ईमानदारी, कट्टर देशभक्ति, इंसानियत।
केजरीवाल ने कहा कि इस देश को पहली बार हम लोगों ने पॉजिटिव राजनीति दी है। आज मैं इस देश की जनता को आवाहन करना चाहता हूं। देश को नंबर 1 देश बनाने के लिए आम आदमी पार्टी से जुड़िए। उन्होंने 987 1010 101 नंबर जारी कर मिस्ड कॉल देने की अपील की।
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने ये भी कहा कि हम AAP में देश के लिए मरने-मिटने के लिए आएं हैं। अगर किसी के मन में पद या पैसे का लालच आए तो पार्टी छोड़ देना। सभी राष्ट्र विरोधी ताकतें हमें स्कूल-हॉस्पिटल बनाने से रोकना चाहती हैं। सभी जेल जाने के लिए तैयार रहना चाहिए।
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संजय सिंह बोले- सभी कार्यकर्ताओं को मुबारकबाद
सांसद संजय सिंह ने कहा कि 10 साल पहले सपने में भी नहीं सोचा था राष्ट्रीय पार्टी बन जाएंगे। सभी को मुबारकबाद! उन्होंने कहा कि आज़ादी के बाद किसी ने सोचा था कि गरीब के घर में रोशनी होनी चाहिए पर उस रोशनी की कोई कीमत नहीं है। उनके बच्चों की शिक्षा अमीरों के बच्चों को मिलने वाली शिक्षा से बेहतर हो।
संजय सिंह ने कहा कि जब एक ऑटो वाला अपनी बेटी को कॉलेज भेजता है तो जेब में 100 ढूंढता है.. ये दर्द केजरीवाल ने महसूस किया और बस फ्री कर दी। उन्होंने कहा कि तीर्थ यात्रा, मोहल्ला क्लिनिक, बिजली-पानी जैसे कामों की बदौलत आज पंजाब में AAP की सरकार, गोवा-गुजरात में पार्टी के विधायक हैं।
आम आदमी पार्टी का अब तक का सफर
- 2 अक्टूबर 2012 को अरविंद केजरीवाल ने अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर आम आदमी पार्टी का गठन किया।
- दिसंबर 2013 में आम आदमी पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में 70 में से 28 सीटें जीतीं। इसके बाद पार्टी ने कांग्रेस से गठबंधन कर सरकार बनाई, लेकिन 2014 में केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया।
- मई 2014 में पार्टी ने देश की 400 सीटों पर लोकसभा चुनाव लड़ा। नतीजे आए तो पार्टी ने चार सीटों पर जीत हासिल की।
- फरवरी 2015 में पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में 70 में से 67 सीटें जीतकर इतिहास रचा।
- मई 2019 में पार्टी ने लोकसभा चुनाव में फिर हाथ आजमाया, लेकिन इस बार पार्टी को सिर्फ एक सीट पर जीत मिली।
- फरवरी 2020 में दिल्ली विधानसभा चुनाव में पार्टी ने 70 में से 62 सीटों पर जीत हासिल की।
- मार्च 2022 में पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में पार्टी को एक और सफलता मिली। पार्टी ने पंजाब की 117 में से 92 सीटें जीतकर सरकार बनाई।
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