Raipur News: पंडरिया के आदिवासियों ने अपनी समस्याओं को लेकर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव से मुलाकात की। आदिवासियों का एक समूह वनअधिकार पट्टे और बीज की समस्या को लेकर सिंहदेव से मिलने रायपुर के सिविल लाइन पहुंचा।
सोमवार को पंडरिया ब्लॉक के कुकदुर तहसील के कुछ आदिवासी टीएस सिंहदेव से मिलने रायपुर के सिविल लाइन बंगले गए थे। आदिवासियों का समूह वनअधिकार पट्टे तथा बीज से संबंधित समस्या को लेकर आया था। समूह कागज पर अपनी समस्याओं को लिखकर लाया था, जिसे उपमुख्यमंत्री ने लेकर पढ़ा और साथ ही आदेश दिया कि आप सब का काम हो जाएगा। मुख्यमंत्री की इस बात को सुनकर आदिवासी बहुत खुश हुए।
डिप्टी सीएम ने खाई आदिवासियों की खीर
आदिवासियों के समूह के साथ आई रमली बाई बैगा अपने साथ कांग की खीर लेकर आई थी। कांग की खीर आदिवासियों का पारम्परिक व्यंजन है। रमली बाई ने सिंहदेव को खीर खाने के लिए दी, जिस पर सिंहदेव समझ नहीं पाए कि यह क्या चीज है? इसको कैसे खाया जाता है? फिर सिंहदेव उन्हें अपने साथ लेकर किचन में गए और कहा कि इसको यहां बनाओ। रमली बाई ने अपने साथ लाई खीर को किचन में गर्म किया और फिर वहां पर आए सभी लोगों ने थोड़ी-थोड़ी खीर खाई।
बाबा हम भी हेलीकाॅप्टर की सैर करना चाहते हैं
इस बीच टीएस सिंहदेव और आदिवासियों के बीच एक मजेदार वाकया हुआए जब आदिवासी अपनी समस्याओं के बारे में सिंहदेव को बता रहे थे तो ऐसे ही आदिवासियों ने बातचीत के दौरान कहा कि बाबा हम लोग आपको हमेशा से हेलीकॉप्टर में आते.जाते देखते हैं इसलिए बाबा हमारा भी एक सपना है कि हम भी हेलीकॉप्टर में बैठें। सिंहदेव ने मुस्कुराते हुए कहा कि आप लोग कहां जाएंगे हेलीकॉप्टर सेए तो आदिवासियों ने कहा कि बाबा वहीं चले जाएंगें जहां आप भेज दोगे।
हमने आज तक नहीं देखा समुद्र- आदिवासी
इसके बाद सिंहदेव ने आदिवासियों के बारे में और जानने की इच्छा की। उन्होंने आगे बातचीत के दौरान कहा कि और कोई बात हो तो बताओ। आदिवासियों के समूह में आए एक आदिवासी ने कहा कि बाबा हमने आजतक कभी समुद्र नहीं देखा है इसलिए समुद्र देखने की बड़ी इच्छा है इस पर सिंहदेव ने कहा-अच्छा ठीक है। हम तुम सबको हेलिकॉप्टर में ले जाएंगे और समुद्र दिखाएंगे। हम सबको पुरी भेजेंगे जिससे आप लोगों की हेलीकॉप्टर की सैर भी हो जाएगी और आप लोग समुद्र भी देख लोगे।
सिंहदेव ने आगे पूछा कि आप ऐसे कितने लोग हैं? जिनको हेलीकॉप्टर में बैठना है और समुद्र देखना है। इस पर आदिवासियों ने जवाब दिया कि बाबा हम करीब 40 लोग हैं जिनको जाना है। सिंहदेव ने कहा- ठीक है। हम आपको 20-20 करके हेलीकॉप्टर से पुरी घुमाने के लिए भेजेंगे।