रायपुर: छत्तीसगढ़ में महिलाओं तथा बच्चों के पोषण एवं टीकाकरण हेतु प्रदेश भर में संचालित 46 हजार से ज्यादा आंगनबाड़ी केन्द्रों में कार्य करने वाली आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को मानदेय वृद्धि के बाद एक और बड़ी सौगात मिली है। प्रदेश सरकार द्वारा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की सेवानिवृत्ति की आयु 62 वर्ष से बढ़ाकर 65 वर्ष कर दिया गया है।
पदपूर्ति के 25 प्रतिशत को बढ़ाकर 50 प्रतिशत किया गया
इसके अलावा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के खाली पदों पर आंगनबाड़ी सहायिकाओं से पदपूर्ति के 25 प्रतिशत को बढ़ाकर 50 प्रतिशत कर दिया गया है। साथ ही भर्ती के लिए आवश्यक 10 वर्ष के अनुभव को कम करने के साथ 05 वर्ष कर दिया गया है। इसके संबंध में 14 सितंबर को मंत्रालय से महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा आदेश जारी कर दिया गया है।
यह भी पढ़ें-स्कूली बच्चों से सवार चलती बस में लगी आग, बड़ा हादसा टला
01 अप्रैल से मिल रहा बढ़ा हुआ मानदेय
बता दें कि है सीएम बघेल ने इस वर्ष प्रस्तुत 2023-24 के बजट में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं की मांगों को पूरा करते हुए उनके मानदेय में बढ़ोत्तरी की घोषणा की थी। जारी आदेश के बाद 01 अप्रैल 2023 से आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को बढ़ा हुआ मानदेय दिया जा रहा है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को मासिक मानदेय की राशि 6 हजार 500 रुपए प्रति माह से बढ़ाकर 10 हजार रुपए दी जा रही है। इसी प्रकार आंगनबाड़ी सहायिकाओं का मानदेय 3 हजार 250 रुपए से बढ़ाकर 5 हजार और मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का मानदेय को 4 हजार 500 रुपए से बढ़ाकर 7 हजार 500 रुपए प्रति माह किया गया है।
राज्य में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं की मृत्यु पर अनुग्रह राशि और सेवानिवृत्ति पर एक मुश्त भुगतान का प्रावधान किया गया है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं की मृत्यु पर अनुग्रह राशि में वृद्धि करते हुए वर्तमान में 50 हजार रुपए प्रदान किया जा रहा है। इसी तरह सेवानिवृत्ति पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को 50 हजार रुपए तथा सहायिकाओं को 25 हजार रुपए भुगतान का प्रावधान है।