125 Villages Vote First Time Their Booths: छत्तीसगढ़ में राजनीतिक दलों से लेकर चुनाव आयोग तक सभी विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटा हुआ है। इस बीच मतदाताओं में भी वोट डालने को लेकर काफी उत्साह है। वहीं, छत्तीसगढ़ के 126 गांव ऐसे हैं, जिन्हें आजादी के 75 साल बाद पहली बार मतदान केंद्र मिलेगा। इन गांव के लोगों के लिए यह किसी महापर्व से कम नहीं है।
पहली बार बनेंगे मतदान केंद्र
छत्तीसगढ़ में ऐसे कई इलाके हैं, जहां नक्सलियों का बहुत प्रभाव रहा है, उन्हीं में प्रदेश के ये 125 अति नक्सल प्रभावित गांव हैं, जहां आजादी के बाद पहली बार मतदान केंद्र बनाए जाएंगे। पहले ये नक्सल प्रभावित गांव इतने खतरनाक थे कि इनमें सुरक्षित मतदान करा पाना संभव नहीं था। बता दें कि माओवादी संगठन के चुनाव बहिष्कार के ऐलान के बाद चुनाव आयोग ने पूरी सावधानी के साथ इन क्षेत्रों में चुनाव प्रक्रिया शुरू कर दी है और सुरक्षित मतदान कराने की बात कही है।
पहले चरण में बस्तर के सभी जिलों में वोटिंग
प्रदेश के बस्तर संभाग में आगामी 7 नवंबर को होने वाले चुनाव के लिए सुरक्षा बलों की तैयारी के बारे में बताते हुए आईजीपी सुंदरराज ने कहा है कि जैसा कि सभी जानते हैं, छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 7 नवंबर को बस्तर संभाग के सभी सात जिलों में वोटिंग होनी है और उसी व्यवस्था को लेकर प्रशासन की तैयारी चल रही है। हम पूरी चुनाव प्रक्रिया को व्यवस्थित तरीके से संचालित करने के लिए अपनी पूरी कोशिश कर रहे हैं। और हमें पूरी उम्मीद है कि इस बार चुनाव प्रक्रिया में सभी व्यवस्थाएं काफी अच्छी होंगी। उन्होंने आगे कहा कि नक्सली समस्या के कारण बंद या स्थानांतरित किए गए कुछ मतदान केंद्रों को दोबारा स्थापित करने का भी प्रयास किया जा रहा है।
बता दें कि छत्तीसगढ़ में 7 और 17 नवंबर को दो चरणों में मतदान होगा और 3 दिसंबर को नतीजे जारी किए जाएंगे।