बीजापुर: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के मद्देड बफर रेंज के याप्ला की पहाड़ियों में पिछले दिनों तेंदुए के दो शावक ग्रामीणों को मिले, जिन्हें वन विभाग को सौंपा दिया गया था। हालांकि, इंद्रवती टाइगर रिजर्व की टीम ने शावकों को मां से दोबारा मिलाने उन्हें वापस उसी स्थान पर लेकर पहुंचे थे, जहां शावक पाए गए थे।
कई घंटों के इंतजार के बाद भी मादा तेंदुआ शावकों के इर्द-गिर्द भी नजर नहीं आई तो टीम ने वापस दोनों शावकों को रेंज आफिस लेकर पहुंची और स्वास्थ्य जांच के बाद जंगल सफारी रायपुर शिफ्ट किया गया।
आईटीआर की टीम मादा तेंदुए को ट्रेस करने की काफी कोशिश की, जिसके बाद शावकों को टीम ने तेंदुए के शावकों को अपने संरक्षण में लेते हुए वापस रेंज आफिस लेकर पहुंची। यहां वाइल्ड लाइफ के नियमानुसार शावकों का वजन किया गया और स्वास्थ्य परीक्षण के बाद रायपुर जंगल सफारी शिफ्ट किए जाने की जानकारी मिली है।
शावकों की उम्र महज तीन से चार दिन की बताई गई है। वहीं दूसरी ओर शावकों को छोड़कर गई मादा तेंदुए का कोई सुराग नहीं मिलने से आईटीआर स्टाफ भी परेशान है।
उसका लोकेशन हासिल करने की कोशिश की जा रही है। हालांकि, दो शावक मिलने से वाइल्ड लाइफ सीसी ऑफ अभय श्रीवास्तव का कहना है कि उस क्षेत्र में 5 कैमरे लगाकर 2 दिनों तक निगरानी रखी जा रही थी. बावजूद शावक की मां वहां नहीं पहुंची।
रायपुर वाइल्ड लाइफ से चर्चा कर दोनों ही बच्चों को रायपुर के जंगल सफारी में डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है, जहां दोनों ही तेंदुआ के शावक स्वस्थ हैं। इसके साथ ही उस क्षेत्र में और भी कैमरे के जरिए यह जानकारी इकट्ठा करने की कोशिश की जा रही है कि क्या और भी तेंदुआ के बच्चे वहां पर मौजूद थे या नहीं थे।
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