पटना: बिहार में सीबीआई की ताबड़तोड़ छापेमारी पर तेजस्वी यादव ने कहा है कि सभी जवाब विधानसभा के अंदर दिए जाएंगे। बता दें कि सीबीआई की ये यह छापेमारी लालू प्रसाद यादव के कार्यकाल के दौरान हुए भूमि-के-नौकरी घोटाले के सिलसिले में की गई है। सीबीआई ने खासतौर पर राजद एमएलसी सुनील सिंह और तीन सांसदों अशफाक करीम, फैयाज अहमद और सुबोध रॉय से जुड़ी संपत्तियों पर छापेमारी की है।
अभी पढ़ें – गुना में पार्वती नदी उफान पर, रेलवे ट्रैक पर भरा पानी, कई ट्रेनें डायवर्ट
Haryana | CBI raid underway at Whiteland Corporation Private Limited, located in Worldmark building in Sector 65 of Gurugram.
CBI raids are underway at 25 places in Delhi, Haryana's Gurugram and Bihar's Patna, Katihar & Madhubani, in connection with the land for job scam case. pic.twitter.com/oBwKbxYXL2
---विज्ञापन---— ANI (@ANI) August 24, 2022
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के अधिकारियों ने बुधवार को हरियाणा के गुरुग्राम के सेक्टर 71 में एक निर्माणाधीन मॉल पर छापा मारा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मॉल का स्वामित्व बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के पास है। इस बीच, सीबीआई के अधिकारी दिल्ली, हरियाणा के गुरुग्राम और बिहार के पटना, कटिहार और मधुबनी में अलग-अलग जगहों पर नौकरी घोटाले के मामले में 20 से ज्यादा लोकेशन पर छापेमारी कर रहे हैं।
#WATCH | "All answers will be given inside (the Assembly)," says Bihar Deputy CM Tejashwi Yadav ahead of the Floor Test of Nitish Kumar-led Government pic.twitter.com/vutKN2wNv2
— ANI (@ANI) August 24, 2022
राबड़ी देवी बोलीं- हम नहीं डरेंगे
राबड़ी देवी ने कहा, “वे (भाजपा) डरे हुए हैं क्योंकि नीतीश कुमार के नेतृत्व में नई सरकार बनी है। भाजपा को छोड़कर सभी दल हमारे साथ हैं। राज्य में हमारे पास बहुमत है और हम डरेंगे नहीं, क्योंकि यह पहली बार नहीं है।”
बता दें कि सीबीआई ने इस साल मई में जमीन के बदले नौकरी देने के आरोप में मामला दर्ज किया था। सीबीआई ने प्राथमिकी में लालू प्रसाद यादव, उनकी पत्नी और पूर्व सीएम राबड़ी यादव, उनकी बेटियों मीसा यादव और हेमा यादव के अलावा कुछ अन्य को आरोपी बनाया था। लालू के करीबी भोला यादव को पहले सीबीआई ने गिरफ्तार किया था। सीबीआई ने पहले मीसा और हेमा पर भी छापा मारा था।
अभी पढ़ें – तेलंगाना: भाजपा विधायक टी राजा के बाद पार्टी प्रदेशाध्यक्ष बंदी संजय को भी पुलिस ने लिया हिरासत में
सीबीआई ने क्या आरोप लगाय था
सीबीआई ने आरोप लगाया है कि लालू प्रसाद यादव ने 2004-2009 की अवधि के दौरान रेल मंत्री के रूप में भू-संपत्ति के हस्तांतरण के रूप में आर्थिक लाभ प्राप्त किया था। सीबीआई की जांच में पता चला कि पटना में स्थित करीब 1,05,292 वर्ग फुट जमीन लालू प्रसाद यादव के परिवार वालों ने अधिग्रहित की थी।
दिलचस्प बात यह है कि भूमि हस्तांतरण के ज्यादातर मामलों में विक्रेताओं को भुगतान नकद में दिखाया गया था। मौजूदा सर्किल रेट के मुताबिक गिफ्ट डीड के जरिए हासिल की गई जमीन समेत जमीन के टुकड़े का मौजूदा मूल्य करीब 4.39 करोड़ रुपये है।
अभी पढ़ें – देश से जुड़ी खबरें यहाँ पढ़ें
Click Here – News 24 APP अभी download करें