Tej Pratap Yadav Slams Amit Shah Bihar Visit: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शनिवार को बिहार दौरे पर हैं। इस बीच बिहार की गठबंधन सरकार में पर्यावरण और वन मंत्री तेज प्रताप यादव ने गृह मंत्री शाह पर निधाना साधा है। तेजस्वी ने कहा कि अमित शाह बिहार में दंगा-फसाद कराने आते हैं। उनके आने से कोई फर्क नहीं पड़ता है। वे बिल्ली की तरह रास्ता काटने आ रहे हैं।
जो महादेव का भक्त, उसे क्या मुश्किल?
लालू के बेटे तेजस्वी यादव ने कहा कि जैसे बिल्ली रास्ता काट देती है, उसी तरह बिहार में केंद्र सरकार कर रही है। अमित शाह बाधा बनकर आए हैं। लेकिन बिहार की जनता बेवकूफ नहीं है। बिहार की जनता सबकुछ देख रही है। उन्होंने कहा कि जो महादेव का भक्त होगा, उसको क्या मुश्किल होगी?
Watch Video…
अमित शाह का सिर्फ एक ही मकसद
दरअसल, तेज प्रताप यादव पर्यावरण विभाग की तरफ से आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए अरण्य भवन पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि अमित शाह का एक ही मकसद है कि कैसे भाई को भाई से लड़ा जाए। बजरंग दल जैसे छुटपुटिए संगठन को नफरत फैलाने के लिए लगाया गया है। अभी कर्नाटक में हनुमानजी का गदा लगा है। बिहार में बाबा हरिनाथ का प्रकोप उनको लगेगा। हमें पता है अमित शाह किस मंशा से आए हैं। लेकिन उनकी मंशा कभी पूरी नहीं हो पाएगी। हम इंसानियत को धर्म मानते हैं।
शिक्षा मंत्री के बयान को महत्व नहीं देता
तेज प्रताप यादव ने शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर के विवादित बयान पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि मैं उनके बयान को महत्व नहीं देना चाहता। किसी को भी ऐसा बयान नहीं देना चाहिए। दरअसल, शिक्षा मंत्री ने रामचरित मानस की साइनाइट जैसे कमेकिल पॉइजन से तुलना की थी। उन्होंने कहा कि था रामचरितमानस में साइनाइट जैसी खतरनाक चीजें हैं।
#WATCH | Patna, Bihar: " …They (BJP govt) won't stop inflation, prices of everything will be hiked. People will be giving befitting reply to them…just because they're saying PM Modi will come again (to power) doesn't mean he will come…why are they not conducting elections… pic.twitter.com/ixgW2F1Fx1
— ANI (@ANI) September 16, 2023
राबड़ी देवी बोलीं- कश्मीर में चुनाव कराने डरती है केंद्र सरकार
वहीं, तेज प्रताप की मां और बिहार की पूर्व सीएम राबड़ी देवी ने भी अमित शाह पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि वे (भाजपा सरकार) महंगाई नहीं रोकेंगे, हर चीज की कीमतें बढ़ जाएंगी। लोग उन्हें करारा जवाब देंगे। जम्मू-कश्मीर में चुनाव क्यों नहीं करा रहे हैं? अगर उनमें हिम्मत है, तो उन्हें चुनाव कराना चाहिए। दरअसल वे डरे हुए हैं।
यह भी पढ़ें: कांग्रेस ने CWC के लिए तेलंगाना को क्यों चुना, क्या दक्षिण से दिल्ली साधने की कोशिश? जानें तीन बड़े कारण