Upendra Kushwaha On Bihar Assembly Election 2025 : बिहार में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इसे लेकर राजनीतिक पार्टियां एक्टिव हो गईं और चुनाव में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। इस बीच बिहार चुनाव से पहले राष्ट्रीय लोक मोर्चा के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने एनडीए के सहयोगी दलों को आगाह किया है। उन्होंने कहा कि अगर उन्हें (उपेंद्र कुशवाहा को) नुकसान पहुंचेगा तो सभी सहयोगियों को भी नुकसान होगा।
राष्ट्रीय लोक मोर्चा के चीफ और राज्यसभा सांसद उपेंद्र कुशवाहा ने एनडीए के घटक दलों को आगाह करते हुए कहा कि कहीं बिहार विधानसभा चुनाव में लोकसभा चुनाव वाली स्थिति न बन जाए। उन्होंने काराकाट लोकसभा सीट का उदाहरण दिया। उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि लोकसभा चुनाव का अनुभव सबके सामने है। अगर काराकाट लोकसभा सीट से एनडीए का उम्मीदवार नहीं हारता तो अगल-बगल सीटों पर भी NDA नहीं हारता, ये स्पष्ट है।
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पीछे के अनुभव से सबक लेकर आगे की रणनीति बनाते हैं : उपेंद्र कुशवाहा
उन्होंने कहा कि आगे ऐसी स्थिति न आए, इसे लेकर अपने साथियों को सचेत करना चाहते हैं। आगे की कोई रणनीति बनाते हैं तो पीछे के अनुभव से सबक लेते हैं, ताकि आगे की रणनीति सही हो। स्वाभाविक तौर पर काराकाट से उपेंद्र कुशवाहा हारे तो NDA हारा, क्योंकि सभी एक ही नाव पर सवार हैं और मंच पर बैठे हैं। अगर गठबंधन टूटेगा तो हम अकेले थोड़े गिरेंगे, बगल वाले भी गिरेंगे।
जानें क्या है सीट शेयरिंग का फॉर्मूला?
बिहार एनडीए के घटक दलों में भाजपा, जेडीयू, लोजपा (रामविलास), हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा और राष्ट्रीय लोक मोर्चा शामिल हैं। सूत्रों के मुताबिक, सीट शेयरिंग के तहत भाजपा के खाते में 101-102 और जेडीयू के खाते में 102-103 सीटें आ सकती हैं। शेष बची सीटें एनडीए के घटक दलों के बीच में बंटेंगी। चिराग पासवान द्वारा 243 सीटों पर चुनाव लड़ने के दावे के बाद उपेंद्र कुशवाहा का यह बयान सामने आया है।
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