हाजीपुर से अभिषेक कुमार की रिपोर्टः वैशाली जिले के बिदुपुर प्रखंड के चांदपुरा गांव में तिरंगे रंग के पंडाल का निर्माण किया गया। लोग 26 जनवरी के दिन गणतंत्र दिवस के साथ-साथ बसंत पंचमी और सरस्वती पूजा भी मना रहे हैं।
वैशाली जिले के बिदुपुर प्रखंड के चांदपुरा गांव में अनोखे ढंग से पंडाल का निर्माण करवाया गया। बता दें कि हर साल भव्य तरीके से सरस्वती पूजा चांदपुरा गांव में किया जाता है लेकिन इस बार एक ही दिन गणतंत्र दिवस और बसंत पंचमी होने के कारण पूजा कमेटी के द्वारा अनोखे स्वरूप में पंडाल निर्माण कराया गया है। पूरे पंडाल को तिरंगे की तरह सजाया गया, मां सरस्वती की प्रतिमा भी तिरंगे से सजाई गई।
आस-पास के गांवों में बना आकर्षण का केंद्र
पूजा कमेटी के अनुसार हर साल एक अनोखे ढंग से चांदपुरा गांव में पूजा पंडाल का निर्माण कराया जाता है वहीं, प्रतिमा से लेकर पंडाल लोगों के आकर्षण का केंद्र बना रहता है। आसपास के कई गांव के लोग चांदपुरा गांव में पहुंचकर पूजा का लुफ्त उठाते हैं। लोगों का मानना है कि हर साल कोई न कोई अनोखे ढंग से पूजा पंडाल का निर्माण चांदपुरा गांव में कराया जाता है कभी एफिल टावर तो कभी शीश महल जैसे पंडाल का निर्माण किया जाता है।
हर साल नए रूप में दिखता है यहां का पंडाल
पूजा कमेटी के मेंबर बताते हैं कि पंडाल और मूर्ति के पीछे समिति द्वारा एक लाख से अधिक रुपए खर्च किए जाते है। जिसमें आसपास के गांव के लोग भी बढ़-चढ़कर चंदा देते हैं जिसे पूजा कमेटी के द्वारा इस पूरे भव्य पूजा हेतु खर्च किया जाता है। इस बार देश भक्ति एवं आस्था दोनों को पूजा समिति के लोगों ने एक साथ संगम करा दिया है कई सालों बाद बसंत पंचमी और गणतंत्र दिवस एक ही दिन पड़ा है जिसे लोग यादगार बनाना चाह रहे हैं।
क्विज प्रतियोगिता का होता है आयोजन
पंडाल का निर्माण करने वाले कारीगर स्थानीय ही होते हैं। इस पंडाल को बनाने में लगभग एक महीने का समय लगता है। वहीं, पूजा समिति द्वारा बच्चों के लिए क्विज प्रतियोगिता का आयोजन भी कराया जाता है। क्विज प्रतियोगिता में अच्छा प्रदर्शन करने वाले बच्चों को पूजा समिति सम्मानित भी करती है।