Prashant Kishor Attacked CM Nitish Goverment:बिहार लोक सेवा आयोग ने मंगलवार(17 सितंबर) को बिहार शिक्षक भर्ती परिक्षा का परिणाम जारी कर दिया है। पहले चरण में 11-12वीं हिंदी के नतीजे जारी किए गए जिसमें 525 अभ्यर्थी सफल हुए हैं। बिहार शिक्षक भर्ती पर जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर नीतीश सरकार पर निशाना साध रहे है।
जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने शुक्रवार को शिक्षक भर्ती को लेकर महागठबंधन सरकार की कार्यशैली पर तंज कसते हुए कहा कि अभी बिहार सरकार का दावा है कि उन्होंने शिक्षकों के लिए पहले भी रिक्तियां निकाली थी, लेकिन नौकरी किसी को मिली नहीं थी। आप जरा बताइए कि कितने लोगों को नौकरी दे दी गई थी। पहले एग्जाम होने दीजिए, पेपर लीक न हो, कोर्ट में केस न हो, अभ्यर्थी बहाल हो जाएं तब प्रचार कीजिएगा। ये आदमी भी सत्ता में रहने के लिए कुछ भी बोलने के लिए तैयार है।
बिहार शिक्षक भर्ती के नियुक्ति पत्र पर सवाल उठाते हुए कहा
सीतामढ़ी जन सुराज पदयात्रा के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने BPSC बिहार शिक्षक भर्ती के नियुक्ति पत्र पर सवाल उठाते हुए कहा कि नीतीश कुमार और महागठबंधन की सरकार सालभर में सरकारी नौकरी दे दे तो मैं उनके समर्थन में इस अभियान को वापस ले लूंगा और इतना ही नहीं उनका झंडा लेकर घूमूंगा। महागठबंधन वालों ने जिस 10 लाख नौकरी के बारे में कहा था उस बात को सालभर हो गए मुझे ये बता दीजिए पत्रकार होने के नाते की बिहार में 10 लाख के मुकाबले कितने लोगों को नौकरी मिल गई? विज्ञप्ति जारी होगी, नौकरी के लिए परीक्षा होगी, लेकिन नौकरी नहीं मिलेगी। हम आपको हजारों लड़कों से मिला सकते हैं जो पिछले 5 सालों से एडमिट कार्ड लेकर, परीक्षा देकर घूम रहे हैं। प्रश्न-पत्र लीक हो गया कोई कोर्ट में चला गया पर अब तक उनकी नियुक्ति नहीं हुई। जब नियुक्ति हो जाए तब बात कीजिएगा।
शिक्षक भर्ती पर तंज कसते हुए प्रशांत किशोर ने कहा
सीतामढ़ी शहर में पत्रकारों से बातचीत में BPSC शिक्षक भर्ती पर तंज कसते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि BPSC शिक्षक भर्ती पूरे देश के लिए ओपेन व्यवस्था थी। आप सभी इंतजार कीजिए, कितने बच्चों को नौकरी मिलेगी आपको खुद पता चल जाएगा। साथ ही प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि BPSC के द्वारा ये जो शिक्षक नियुक्ति की बात कर रहे हैं, उन सभी से मेरा आग्रह हैं कि नियुक्ति के बाद मुझसे जरूर मिल लीजिएगा। मैं आपको तब बताऊंगा कि बिहार के कितने बच्चों को नौकरी मिली? यह पूरे देश के लिए ओपेन व्यवस्था थी। आप नाम आने दीजिए आपको पता चल जाएगा कि बिहार के कितने बच्चों को नौकरी मिली। पिछले साल उन्होंने 10 लाख कहा था अब तक उन्होंने 2 लाख भी नौकरी नहीं दी है।