‘वोटर बचाओ यात्रा’ के दौरान कांग्रेस-राजद की रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी मां के लिए अपशब्दों का प्रयोग किया गया। इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें कार्यकर्ता मंच पर खड़े होकर अपशब्दों का प्रयोग करते दिखाई दे रहे हैं। अब इस मामले को लेकर विवाद खड़ा हो गया है और शिकायतें दर्ज करवाई जा रही हैं।
भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी दानिश इकबाल और पार्टी कार्यकर्ता कृष्णा सिंह कल्लू ने पटना के कोतवाली और गांधी मैदान थानों में राहुल गांधी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। बीजेपी महिला मोर्चा की तरफ से भी रैली निकाली गई। पीएम मोदी और उनकी मां पर की गई टिप्पणी का कड़े शब्दों में विरोध और निंदा की गई है। बीजेपी नेताओं ने चेतावनी दी है कि 1 सितंबर को पटना में राहुल की पदयात्रा को नहीं होने देंगे।
इसके साथ ही राज्य महिला आयोग ने भी जिलाधिकारी से इस मामले की रिपोर्ट तलब की है। राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. अप्सरा ने कहा कि किसी भी महिला का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जा सकता, चाहे वह किसी भी परिवार से जुड़ी हो या किसी भी पद पर क्यों न बैठी हो। महिला आयोग ने कहा कि नेताओं की यह जिम्मेदारी है कि राजनीतिक मंचों को महिलाओं के खिलाफ बयानबाजी का अखाड़ा न बनाया जाए। आयोग ने चेतावनी दी कि भविष्य में अगर इस तरह की घटना दोहराई गई तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
क्यों हुआ विवाद?
विवाद की शुरुआत तब हुई, जब दरभंगा में एक स्थानीय कांग्रेस नेता मोहम्मद नौशाद का एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें प्रधानमंत्री और उनकी मां के खिलाफ आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया गया। यह रैली राहुल-तेजस्वी की दरभंगा से मुजफ्फरपुर यात्रा का हिस्सा थी। इस कार्यक्रम में दोनों शामिल भी हुए थे लेकिन जब नौशाद ने यह टिप्पणी की, तब तक राहुल गांधी और राजद नेता तेजस्वी यादव दोनों ही कार्यक्रम से जा चुके थे।
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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कांग्रेस और आरजेडी के मंच से बिहार के अंदर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के प्रति जिस प्रकार के अभद्र और अशिष्ट नारे लगाए गए हैं, वह अत्यंत निंदनीय है और राजनीति के गिरते हुए अमर्यादित चरित्र को दर्शाता है। यह मर्यादा के पतन की पराकाष्ठा है।