आनन्द कुमार, पटना सिटी: बिहार के पटना में एक चप्पल कारखाना गोदाम में दीपावली की रात लगी भीषण आग से दो मजदूरों की जिंदा जलकर मौत हो गई है। इस हादसे में कारखाना की पहली मंजिल स्थित कमरे में सो रहे जमुई निवासी मुकेश दास और महादेव दास जिंदा जल गए। आगजनी की खबर लगते ही आसपास के लोग दौड़े। लेकिन, तब तक देर हो चुकी थी।
रात करीब 1:00 बजे हुआ हादसा
कहीं, दिवाली की रात में धूम थी तो किसी के घर में मातम छा गया। देश भर से आगजनी के कई मामले सामने आए हैं। इस बीच पटना सिटी के खाजेकला थाना अंतर्गत नून का चौराहा के समीप हजारी मोहल्ला स्थित एक चप्पल कारखाना सह गोदाम में दीवाली की रात करीब 1:00 बजे भीषण आग लग गई। आग लगते ही पूरे इलाके में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। इसके बाद स्थानीय लोगों ने इसकी जानकारी पटना के खाजेकला थाना को दी। पुलिस की सूचना पर पहुंचे अग्नि शमन दल ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
कारखाने के ऊपर बने कमरे में सो रहे थे दोनों
गली पतली होने के कारण दमकल घटनास्थल तक नहीं पहुंच सका, इस दौरान आठ पाइप जोड़कर अग्निशमन कर्मियों ने आग बुझाई। घटनास्थल पर मौजूद मृतक के स्वजन हरिदास ने बताया कि चप्पल कारखाना श्यामलाल का है। उनका दामाद मुकेश दास और परिवार के महादेव दास लगभग पांच वर्षों से यहां काम कर रहे थे। जब यह हादसा हुआ तो दोनों कारखाना के ऊपर के एक कमरे में सो रहे थे। हरिदास ने बताया कि धुआं देखने पर उन्हें आग लगने की खबर हुई। उसने आगे बताया कि कारखाना में आग पटाखे से नहीं बल्कि शॉर्ट सर्किट से लगी थी। मुकेश दास के तीन बच्चे हैं। दोनों ही चप्पल कारखाना में काम कर परिवार का पालन-पोषण करते थे।
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घटना के बारे में पटना के खाजेकला थाना प्रभारी राहुल ठाकुर ने बताया कि आग लगने का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है, लेकिन अनुमान लगाया जा रहा है कि दीपावली की रात पूजा करने के बाद दीये को जलता छोड़ देने से दीये कि लौ से आग लगी होगी या फिर दूसरा कारण शॉर्ट सर्किट भी हो सकता है। उन्होंने आगे बताया कि आगजनी में नुकसान का आंकड़ा अभी फैक्ट्री के मालिक के द्वारा प्राप्त नहीं हुआ है।