बिहार सरकार में मंत्री श्रवण कुमार पर हमला किया गया है। नालंदा के एक गांव में मंत्री लोगों से मिलने पहुंचे थे, जिसके बाद आक्रोशित लोगों ने उन्हें खदेड़ दिया। बताया जा रहा है कि आक्रोशित ग्रामीणों ने लाठी-डंडों से हमला करने की कोशिश की। इस हमले में उनके बॉडीगार्ड घायल हो गए हैं। मंत्री सुरक्षित हैं और गांव से बाहर निकल चुके हैं।
दरअसल, नालंदा के एक गांव में हादसे में कई लोगों की मौत हो गई थी। मंत्री, विधायक और अन्य कार्यकर्ताओं के साथ पीड़ितों से मुलाकात करने पहुंचे थे, जहां किसी बात को लेकर विवाद खड़ा हो गया और ग्रामीणों ने हमला कर दिया। बताया जा रहा है कि कई किलोमीटर तक ग्रामीणों ने मंत्री का पीछा किया। मंत्री कम से कम एक किलोमीटर पैदल चलकर अपनी कार तक पहुंचे और वहां से निकले।
बताया जा रहा है कि पीड़ितों से मुलाकात के दौरान जब मुआवजे की बात आई तो मंत्री ने कहा कि कार्य प्रक्रिया के तहत होता है। इसी बात से ग्रामीण भड़क गए और मामला बिगाड़ गया। मंत्री जब वहां से निकलकर जाने लगे तो ग्रामीणों ने पीछा शुरू कर दिया। बॉडीगार्ड्स को निशाने पर ले लिया, जिसमें कुछ घायल हो गए हैं। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है और वीडियो के आधार पर हमलावरों की पहचान कर रही है।
बता दें कि 23 अगस्त की सुबह पटना में दो वाहनों के बीच हुई भीषण टक्कर में मलावां गांव के नौ लोगों की मौत हो गई थी। मृतकों में अधिकतर महिलाएं थीं, इसके साथ ही कई घायल महिलाओं का इलाज अस्पताल में चल रहा है। इस घटना के बाद विधायक प्रेम मुखिया और ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार मृतकों के घर पहुंचे थे लेकिन कुछ ही देर बाद स्थिति बदल गई। भीड़ उग्र हो गई, जिसके बाद विधायक और मंत्री को वहां से भागना पड़ गया।
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बताया जा रहा है कि मंत्री ने मृतकों को परिजनों को आर्थिक मदद देने की बात कही तो लोगों ने कहा कि तुरंत दीजिए। मंत्री ने कहा कि इसके लिए प्रक्रिया है, उसके अनुसार काम किया जा रहा है। रिपोर्ट्स की मानें तो इसी के बाद ग्रामीण उग्र हो गए थे। फिलगाल गांव में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है, भारी पुलिस बल तैनात है।