सौरभ कुमार, पटना
Bihar Politics News : बिहार में इस साल के अंत तक विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इसे लेकर राज्य में सियासी सरगर्मियां तेज हैं। जहां नीतीश कुमार 19 सालों से मुख्यमंत्री हैं तो वहीं युवा चेहरे के तौर पर तेजस्वी यादव की लोकप्रियता लगातार बढ़ी है। इस बीच कांग्रेस भी बिहार में कन्हैया कुमार को एक्टिव करने जा रही है, जिससे महागठबंधन की सियासत में हलचल होने की संभावना है। ऐसे में बड़ा सवाल उठ रहा है कि लालू यादव का मन नहीं होने के बाद भी कांग्रेस कन्हैया कुमार को बिहार में क्यों सक्रिय कर रही है?
बिहार के पटना एयरपोर्ट पर उतरे कन्हैया कुमार का ढोल नगाड़ों के साथ जमकर स्वागत किया गया। ‘बिहार का मुख्यमंत्री कैसा हो, कन्हैया कुमार के जैसा हो’ नारे लगाए गए। इसका मतलब साफ है कि कन्हैया को विधानसभा चुनाव में कांग्रेस में बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है। साथ ही होली के बाद कन्हैया कुमार 16 मार्च को जनता का नब्ज टटोलने के लिए यात्रा पर भी निकलेंगे।
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लालू यादव नहीं चाहते हैं कि कन्हैया कुमार एक्टिव हो
राजनीति की दृष्टि से यह काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि लालू प्रसाद यादव अबतक बिहार में कन्हैया कुमार की सक्रियता नहीं चाहते थे। लालू यादव चाहते हैं कि महागठबंधन की तरफ से युवाओं का एक ही नेता हो, उनका बेटा तेजस्वी यादव। मगर सवाल यह है कि क्या राहुल गांधी, लालू यादव के मन के विरुद्ध कन्हैया कुमार को बिहार में एक्टिव करेंगे। शुरुआत तैयारी देखकर तो ऐसा ही लग रहा है कि राहुल कन्हैया को तेजस्वी के सामने खड़ा करके राजद पर एक दवाब बनाना चाहते हैं, जिससे सीटों के बंटवारे में कोई ज्यादा परेशानी ना हो।
बिहार में कांग्रेस हुई एक्टिव
बिहार में कांग्रेस काफी एक्टिव नजर आ रही है। 18 जनवरी को राहुल गांधी बिहार आए और इसके बाद जनवरी में भी दोबारा बिहार पहुंचे। राहुल गांधी का बिहार दो बार आना संयोग हो सकता है, लकिन उनका फोकस संविधान बचाओ सम्मेलन के तहत अल्पसंख्यक और दलित शख्सियत जगलाल चौधरी रहे। मुद्दा चाहे नौकरी, स्वास्थ्य, शिक्षा या फिर पलायन का हो, जिन मुद्दों पर तेजस्वी यादव अब तक मुखर रहे हैं, अब कन्हैया कुमार भी उसी राह पर चलेंगे। बिहार में कांग्रेस इस यात्रा को एक बड़ा अभियान बनाने की तैयारी कर रही है।
16 मार्च से शुरू होगी पलायन रोको यात्रा
पलायन रोको यात्रा की शुरुआत चम्पारण से होगी। 16 मार्च से 14 अप्रैल तक की यात्रा में कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार भी शामिल होंगे। यात्रा 4 हफ्तों में लगभग 20 जिलों से होकर गुजरेगी। यात्रा के जरिए पार्टी रोजगार, पेपर लीक और पलायन मुद्दों के जरिए युवाओं को पार्टी से जोड़ने की कोशिश करेगी।
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