hijab controversy: बिहार के हिजाब प्रकरण से चर्चित हुईं डॉक्टर नुसरत ने आज पटना सदर अस्पताल में ज्वाइन नहीं किया. सभी नव नियुक्त चिकित्सकों को ज्वाइन करने का आज आखिरी दिन था, लेकिन नुसरत नहीं आईं. पटना के सिविल सर्जन डॉ अविनाश कुमार सिंह के अनुसार अकेली नुसरत ही नहीं, 13 अन्य डाक्टर भी अपनी डयूटी आज ज्वाइन नहीं कर पाए, अब यदि नुसरत को ज्वाइन करना होगा तो फिर से स्वास्थ्य विभाग से इजाजत लेनी होंगी. गौरतलब है कि बीते दिन बिहार के हिजाब विवाद का असली सच सामने आते ही नुसरत की सहपाठी ने बताया था कि नुसरत आज डयूटी ज्वाइन कर लेगी.
यह भी पढ़ें: हिजाब विवाद का असली सच आया सामने, मुख्यमंत्री नीतीश ने सहज भाव से पूछा था-चेहरा क्यों ढका
नुसरत की ज्वाइनिंग पर क्या बोले सिविल सर्जन
हिजाब विवाद से चर्चित हुईं डॉक्टर नुसरत परवीन अगर को लेकर सिविल सर्जन अविनाश कुमार सिंह ने कहा कि आज डयूटी पर पहुंचती तो पहले मेडिकल होता, राज्य स्वास्थ्य समिति से पेपर वैरिफाइड करवाने होगे, उसकी बाद पटर सदर में ज्वाइनिंग मिलती, लेकिन अगर नुसरत आज ज्वाइनिंग करने नहीं आईं तो स्वास्थ्य विभाग पर निर्भर होता कि नुसरत को एक और मौका देना है या नहीं. नुसरत के आने पर ही ज्वाइनिंग लैटर जारी होता. सिविल सर्जन कार्यालय से अबतक ज्वाइन कर चुके 5-6 डाक्टरों के नियुक्ति पत्र पहले ही आ चुके थे. डॉ. नुसरत परवीन का लेटर अब तक नहीं पहुंचा, जबकि लिस्ट में नाम है.
नुसरत को झारखंड से बड़ा ऑफर
नुसरत ने भले ही पटना के सदर अस्पताल में आज डयूटी ज्वाइन न की हो, लेकिन हिजाब प्रकरण से वह इतनी अधिक चर्चा में आ गई हैं कि झारखंड के हेल्थ मिनिस्टर ने नुसरत को प्रदेश में सरकारी नौकरी देने का ऐलान कर डाला. स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने कहा था कि डॉ. नुसरत परवीन का झारखंड में स्वागत है, अगर वह झारखंड में नौकरी करती हैं तो उनका मासिक वेतन 3 लाख रुपये होगा. मनचाही पोस्टिंग मिलेगी. रहने के लिए अलग से सरकारी आवास की सुविधा भी मिलेगी.
यह भी पढ़ें: हिजाब मामले में महिला डॉक्टर का जॉब से इनकार, मंत्री बोले मुझे जानकारी नहीं: मंगल पांडे










