सौरभ कुमार, पटना।
बिहार कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बड़ा कदम उठाते हुए राज्य में दलित कार्ड चला है। कांग्रेस ने प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह को पद से हटा दिया है। साथ ही उनकी जगह दलित समुदाय से आने वाले विधायक राजेश कुमार को नया प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया है। बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव में अभी करीब 7 महीने बाकी हैं।
कांग्रेस पार्टी ने जारी किया पत्र
पार्टी ने इसे लेकर एक पत्र भी जारी किया है। कांग्रेस के महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से मंगलवार को जारी पत्र में कहा गया है कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने राजेश कुमार को बिहार का नया अध्यक्ष नियुक्त किया है। विधायक राजेश कुमार को तत्काल प्रभाव से बिहार कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष घोषित किया जाता है। पत्र में आगे कहा गया है कि पार्टी अखिलेश प्रसाद सिंह के कार्यकाल के दौरान किए गए काम की सराहना करती है।
राहुल गांधी के करीबी हैं राजेश
बता दें कि राजेश कुमार राहुल गांधी के करीबी माने जाते हैं। राजेश कुमार की नियुक्ति को कांग्रेस का दलित राजनीति को मजबूत करने का प्रयास माना जा रहा है। यह फैसला आरजेडी के साथ सीट शेयरिंग में कांग्रेस की मजबूती का संकेत भी देता है। राजेश कुमार का जन्म 1969 में हुआ था। वह कांग्रेस पार्टी के सदस्य और कुटुंबा विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं। कुंटुंबा विधानसभा औरंगाबाद जिले में अनुसूचित जाति (SC) के लिए आरक्षित है।
दलित मतदाताओं को साधने की कोशिश
कांग्रेस ने यह निर्णय ऐसे समय में लिया है जब राज्य में जातीय समीकरण काफी प्रभावी भूमिका निभा रहे हैं। कांग्रेस के इस कदम को दलित मतदाताओं को साधने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है।
अखिलेश प्रसाद सिंह और प्रदेश प्रभारी नाराजगी बनी वजह?
बिहार कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह और पार्टी के प्रदेश प्रभारी कृष्णा अलावरू के बीच पिछले कुछ महीनों से मतभेद चल रहे थे। हाल ही में कांग्रेस की यात्रा को लेकर भी अखिलेश सिंह ने नाराजगी जाहिर की थी। इसके अलावा संगठन में समन्वय की कमी और गुटबाजी की शिकायतें भी सामने आई थीं, जिसके चलते पार्टी हाईकमान ने प्रदेश अध्यक्ष बदलने का फैसला किया।
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