Bihar Tender Scams: बिहार के चर्चित टेंडर घोटाले मामले में आज ईडी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए कथित बिजनेस मैन रिशु श्री से जुड़े लोगों के 9 ठिकानों पर छापेमारी की। इस दौरान पटना, पानीपत और मुजफ्फरपुर में छापेमारी की गई, जिसमें बिहार सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग के एक अंडर सेक्रेटरी और दो ट्रैवल एजेंसी शामिल हैं। अंडर सेक्रेटरी के जरिए रिशु जहां जूनियर ऑफिसर्स का तबादला करवाता था, वहीं ट्रैवल एजेंसियों के जरिए अधिकारियों और उनके परिवार के सदस्यों का पैकेज टूर बुक किया जाता था। जबकि रिशु श्री के सीए के यहां भी छापेमारी की गई।
पटना के 6 ठिकानों पर ईडी ने छापेमारी की
विभाग में जूनियर ऑफिसर्स पर अपनी धौंस दिखाने के लिए रिशु के मददगार के रूप में सामान्य प्रशासन विभाग के अंडर सेक्रेटरी विनोद कुमार सिंह की मदद ली जाती थी। जनरल एडमिनिस्ट्रेशन डिपार्टमेंट के अंडर सेक्रेटरी विनोद कुमार सिंह के गोला रोड स्थित आवास समेत पटना के 6 ठिकानों पर ईडी ने छापेमारी कर बड़ी कार्रवाई की है।
मुजफ्फरपुर स्थित आवास पर ED ने छापेमारी
इसके अलावा रिशु श्री के सीए अविनाश कुमार के मुजफ्फरपुर स्थित आवास पर ईडी ने छापेमारी की। रिशु श्री से जुड़े पटना, पानीपत और सूरत के ट्रैवल एजेंट के ठिकानों पर ईडी की रेड हुई। जिन ट्रैवल एजेंट के ठिकानों पर ईडी ने दबिश डाली है, वे रिशु श्री के कहने पर अधिकारियों और उनके परिजनों को देश-विदेश में टूर करवाने का काम करते थे। इन ट्रैवल एजेंट्स के ठिकानों से काफी मात्रा में अधिकारियों से जुड़े ट्रैवल के दस्तावेज मिले हैं, जिनमें कई रसूखदार अधिकारियों के नाम और डिटेल्स मिले हैं। इनको रिशु श्री के कहने पर देश और विदेश में टूर करवाने का काम किया गया था।
रिशु श्री उर्फ रिशु रंजन सिन्हा का नाम टेंडर घोटाले में आया था। जेल में बंद सीनियर आईएएस अधिकारी संजीव हंस के भ्रष्टाचार मामले की जांच के क्रम में रिशु श्री के बारे में ईडी ने कई जानकारियां जुटाई थीं, जिसके बाद बिहार सरकार के गृह विभाग में एफआईआर दर्ज करने का पत्र लिखा गया था। जिसके बाद आईएएस संजीव हंस, गुलाब यादव और रिशु श्री के खिलाफ स्पेशल विजिलेंस यूनिट में एफआईआर दर्ज की गई थी।
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