(अरुण कुमार): वक्फ संशोधन बिल का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। बिहार के किशनगंज से कांग्रेस सांसद मोहम्मद जावेद और AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने याचिका दर्ज की है। हालांकि यह बिल लोकसभा-राज्यसभा में पास किया जा चुका है, अब इसे राष्ट्रपति के पास भेजा जाएगा। इस बिल को लेकर देश के करीब 8 राज्यों में विरोध-प्रदर्शन किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में बिहार के अलग-अलग जिलों में इसे लेकर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। इसको लेकर अररिया जिले में भी विरोध की चिंगारी भड़क उठी है, जहां पर लोगों ने सड़कों पर उतरकर बिल का विरोध जताया।
अररिया में प्रदर्शन
जन सुराज पार्टी के नेता फैसल जावेद यासीन ने अररिया के चंद्रदई पंचायत स्थित हटिया कॉलोनी मैदान में 4 अप्रैल 2025 को देर शाम सैकड़ों ग्रामीणों के साथ एक बैठक का आयोजन किया। इस बैठक में वक्फ संशोधन बिल 2024 पर चर्चा की गई। बैठक में स्थानीय लोगों ने इस बिल को लेकर अपनी चिंताएं जाहिर कीं। फैसल जावेद यासीन ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि यह बिल मुस्लिम समुदाय के हितों के खिलाफ है और इसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जाएगा।
ये भी पढ़ें: बिहार के राज्यपाल का वक्फ बिल पर बड़ा बयान, कुरान की आयत का जिक्र करते हुए उठाए सवाल
बिल के खिलाफ हुई नारेबाजी
बैठक के आखिर में वहां पर मौजूद लोगों ने बिल के खिलाफ जमकर नारेबाजी की, उन्होंने इसे वापस लेने की मांग भी की। इस बैठक में शामिल ग्रामीणों का कहना था कि वे अपने अधिकारों की रक्षा के लिए हर कोशिश करेंगे। इस बैठक के आयोजन से अंदाजा लगाया जा सकता है कि वक्फ संशोधन बिल को लेकर देशभर में चल रही बहस अब ग्रामीण इलाकों तक पहुंच गई है। इस मुद्दे पर जनता की राय बंटी हुई है, जिसको देखते हुए अंदाजा लगाया जा रहा है कि आने वाले दिनों में यह विरोध और तेज हो सकता है।
दूसरे राज्यों में भी सड़कों पर उतरे लोग
अहमदाबाद, कोलकाता, हैदराबाद समेत देश के कई राज्यों में भी विरोध प्रदर्शन हुआ। इसके अलावा, उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में भी प्रदर्शन किया गया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यहां पर विरोध प्रदर्शन करने वाले करीब 24 लोगों के खिलाफ नोटिस जारी किया गया है।
ये भी पढ़ें: डैमेज कंट्रोल में जुटे नीतीश कुमार! वक्फ बिल को लेकर बगावत के बीच पटना में लगा JDU का पोस्टर