नई दिल्ली. हाल ही में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने कामरान अकमल, राव इफ्तिखार अंजुम और सलमान बट को नव नियुक्त मुख्य चयनकर्ता वहाब रियाज के सलाहकार सदस्य के रूप में नियुक्त किया है। पीसीबी के इस फैसले से कई लोग नाखुश हैं। इस लिस्ट में पीसीबी के पूर्व अध्यक्ष रमीज राजा का भी नाम शामिल है। उनका मानना है बट जैसे दागी क्रिकेटर को अहम पद पर नियुक्त करना, ‘पागलपन है।’ इससे पहले उन्होंने कामरान अकमल के नियुक्ति पर भी सवाल उठाए थे।
हाल ही में पीसीबी ने एक विज्ञप्ति जारी करते हुए बताया है कि, ‘तीनों पूर्व क्रिकेटरों (अकमल, अंजुम और बट) ने तत्काल प्रभाव से चयन पैनल में अपनी जिम्मेदारियां संभाल ली हैं। मुख्य चयनकर्ता वहाब रियाज के सलाहकार सदस्यों के रूप में उनका पहला कार्यभार न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले जाने वाले पांच मैचों की टी20 सीरीज होगी। यह सीरीज ऑस्ट्रेलियाई दौरे के बाद नए साल में 12 जनवरी से शुरू होगी।’
तीनो खिलाड़ियों के इस नियुक्ति के बाद पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर एवं अध्यक्ष रमीज राजा ने अपना बयान दिया। क्रिकबज के साथ हुई बातचीत के दौरान उन्होंने कहा, ‘ऐसी चयन समिति का होना पागलपन है, जिसमें एक ऐसा सदस्य शामिल है जिसके फैसले को पुत्रवत स्नेह जैसा कहा जा सकता है और दूसरा जो मैच फिक्सिंग के लिए जेल की सजा काट चूका है।’
रमीज राजा हमेशा से ही दागी क्रिकेटरों के खिलाफ रहे हैं। जब ग्रीन टीम में मोहम्मद आमिर की वापसी हुई थी, तब भी उन्होंने बोर्ड को फटकार लगाई थी। उस दौरान उन्होंने कहा था, ‘अगर आप मुझसे पूछते हैं तो मैं कहूंगा उन्हें अपनी किराए की दुकान खोलनी चाहिए। मेरे हिसाब से बड़े खिलाड़ियों को अगर आप रियायत देते हो तो पाकिस्तान क्रिकेट को केवल नुकसान होता है।’