नई दिल्ली: ओलंपियन भवानी देवी ने सोमवार को चीन के वूशी में एशियाई तलवारबाजी चैंपियनशिप में भारत के लिए पहला पदक जीतकर इतिहास रच दिया। महिला सेबर स्पर्धा के सेमीफाइनल में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद उन्हें कांस्य पदक से नवाजा गया। भवानी कड़े मुकाबले में सेमीफाइनल में उज्बेकिस्तान की जायनाब दयाबेकोवा से 14-15 से हार गईं, लेकिन इस प्रतिष्ठित स्पर्धा में उन्होंने भारत के लिए पहला पदक दिला दिया।
विश्व चैंपियन को दी थी शिकस्त
भवानी ने इससे पहले क्वार्टर फाइनल में मौजूदा विश्व चैंपियन जापान की मिसाकी एमुरा को 15-10 से हराकर इतिहास रच दिया था। मिसाकी ने काहिरा में आयोजित 2022 वर्ल्ड फेंसिंग चैंपियनशिप में महिलाओं का सेबर गोल्ड मेडल जीता था। मिसाकी पर भवानी की यह पहली जीत थी। 29 साल की भवानी को अगले दौर में कजाकिस्तान की दोस्पे करीना को हराने से पहले 64 राउंड में बाई मिली थी।
भवानी ने प्री-क्वार्टर फाइनल में तीसरी वरीयता प्राप्त ओजाकी सेरी को 15-11 से हराया। फेंसिंग एसोसिएशन ऑफ इंडिया के महासचिव राजीव मेहता ने भवानी को उनकी ऐतिहासिक उपलब्धि पर बधाई दी।
भारतीय तलवारबाजी के लिए गर्व का दिन
मेहता ने पीटीआई से कहा- “यह भारतीय तलवारबाजी के लिए गर्व का दिन है। भवानी ने वह हासिल किया है जो इससे पहले कोई हासिल नहीं कर सका। वह प्रतिष्ठित एशियाई चैंपियनशिप में पदक जीतने वाली पहली भारतीय तलवारबाज हैं। पूरी तलवारबाजी बिरादरी की ओर से मैं उन्हें बधाई देता हूं। हालांकि वह सेमीफ़ाइनल में हार गईं, प्रतियोगिता बहुत करीबी थी। यह सिर्फ पॉइंट की बात थी। इसलिए यह एक बड़ा सुधार है।” भवानी देवी ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाली पहली भारतीय तलवारबाज बन गई थीं। वह टोक्यो ओलंपिक्स में 32 के दौर में बाहर हो गई थीं।