Vinesh Phogat At Paris Olympics 2024 : ओलंपिक खेलों में महिलाओं की कुश्ती के 50 किलोग्राम वर्ग में बुधवार को अपने प्रदर्शन से तहलका मचाने वाली भारतीय पहलवान विनेश फोगाट का सपना गुरुवार को टूट गया। दूसरे दिन फाइनल से पहले उनका वजन 100 ग्राम ज्यादा पाया गया जिसके बाद उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया। गोल्ड मेडल के लिए दावेदार विनेश फोगाट का नाम इसके बाद लिस्ट में सबसे नीचे कर दिया गया। इस ‘अन्याय’ लेकर एक ओर जहां खूब विवाद मचा है तो विनेश फोगाट ने अदालत का दरवाजा भी खटखटाया है।
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार पेरिस ओलंपिक से डिस्क्वालिफाई होने के एक दिन बाद रेसलर विनेश फोगाट ने दिल्ली हाईकोर्ट में आरोप लगाया है कि रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (डब्ल्यूएफआई) और इसके प्रेसीडेंड संजय सिंह ओलंपिक गांव में मौजूद थे और फोगाट के भविष्य को लेकर फर्जी फैसले ले रहे थे। फोगाट की ओर से दिल्ली हाईकोर्ट के सामने पेश हुए वरिष्ठ अधिवक्ता राहुल मेहता ने यह भी कहा कि साल 20923 में खेल मंत्रालय ने डब्ल्यूएफआई की चयनित एग्जीक्यूटिव समिति को भंग कर दिया था, इसके बाद भी ऐसा हो रहा है।
माँ कुश्ती मेरे से जीत गई मैं हार गई माफ़ करना आपका सपना मेरी हिम्मत सब टूट चुके इससे ज़्यादा ताक़त नहीं रही अब।
अलविदा कुश्ती 2001-2024 🙏
---विज्ञापन---आप सबकी हमेशा ऋणी रहूँगी माफी 🙏🙏
— Vinesh Phogat (@Phogat_Vinesh) August 7, 2024
याचिका में किया फैसला सुनाने का अनुरोध
बता दें कि बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट और कई अन्य रेसलर्स ने इस साल की शुरुआत में दिल्ली हाईकोर्ट में एक रिट याचिका भी दाखिल की थी। इसमें मांग की गई है कि डब्ल्यूएफआई के लिए फिर से चुनाव आयोजित कराए जाएं क्योंकि इसे दिसंबर 2023 में स्पोर्ट्स कोड का पालन करने के लिए अवैध घोषित कर दिया गया था। इस पर 24 मई को फैसला आना था लेकिन, अभी तक फैसला नहीं सुनाया गया है। इसे लेकर गुरुवार को भी याचिकाकर्ताओं ने अपने वकील के माध्यम से न्यायाधीश से फैसला सुनाने की तारीख तय कर का अनुरोध किया।
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