Tamim Iqbal On Mayank Yadav: बांग्लादेश के खिलाफ तीन मैचों की टी-20 सीरीज के जरिए भारत के युवा पेस सनसनी मयंक यादव ने इंटरनेशनल क्रिकेट में दस्तक दी है। मयंक ने इस साल आईपीएल में लगातार 150 किलोमीटर प्रति घंटे से ज्यादा की स्पीड से गेंदबाजी की, जिसकी वजह से उनका नाम लगातार चर्चा में है। उन्होंने पहले मैच में 149 किमी प्रति घंटे से गेंदबाजी की, जबकि दिल्ली में खेले गए दूसरे टी-20 में उनका बॉलिंग की रफ्तार 146 तक पहुंची। इस तरह से मयंक अब तक इंटरनेशनल क्रिकेट में 150 का आंकड़ा छू नहीं सके हैं, जिस पर बांग्लादेश के क्रिकेटर तमीम इकबाल ने तंज कसा। हालांकि उनको तुरंत भारतीय खिलाड़ी से जवाब मिल गया।
दरअसल तमीम ने दूसरे मैच में कमेंट्री के दौरान कहा कि मयंक ने इस सीरीज में 150 का आंकड़ा नहीं छुआ है। इसके जवाब में पूर्व भारतीय स्पिनर और अभी कमेंटेटर की भूमिका निभा रहे मुरली कार्तिक ने तुरंत कहा कि बांग्लादेश की टीम ने भी ऐसा नहीं किया है।
Solid burn from Murali Kartik.
Tamim Iqbal says, Mayank Yadav hasn’t been able to touch the 150 kmph barrier so far.
---विज्ञापन---Kartik replies, neither have Bangladesh.
— Omkar Mankame (@Oam_16) October 9, 2024
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मयंक को ऑस्ट्रेलिया ले जाने को लेकर चर्चाएं तेज
मयंक के इंटरनेशनल डेब्यू करने के बाद अब उनके बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए ऑस्ट्रेलिया जाने को लेकर भी चर्चाएं शुरू हो गई हैं। कुछ पूर्व क्रिकेटर्स का मानना है कि मयंक के साथ-साथ आकाश दीप को भी इस सीरीज में मौका मिलना चाहिए। उनको लेकर पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज आरपी सिंह ने कहा कि 27 साल के इस बॉलर की स्किल्स ऑस्ट्रेलिया की परिस्थितियों के लिए ज्यादा अनुकूल हैं।
In the first T20I, Mayank Yadav went over 149 kmph while in the second T20I, he clocked 146-17 on a couple of occasions.#INDvsBANhttps://t.co/2xEIyrWGQk
— CricketNDTV (@CricketNDTV) October 10, 2024
मयंक को काफी कुछ सीखने की जरूरत
उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि आकाश दीप को ऑस्ट्रेलिया ले जाना चाहिए। उसका बॉलिंग स्टाइल ऑस्ट्रेलियाई परिस्थितियों के अनुकूल है। मयंक यादव के पास स्पीड है और यह तेज गेंदबाजी का प्रमुख पहलू है। इसके और भी पहलू हैं। मयंक को धीरे-धीरे ज्यादा वैरिएशन और स्किल विकसित करने की जरूरत है।’ इस पूर्व तेज गेंदबाज का मानना है कि मयंक को घरेलू क्रिकेट में खुद को साबित करना होगा क्योंकि रेड बॉल क्रिकेट खिलाड़ी के धैर्य और कौशल की परीक्षा लेता है।
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