S Sreesanth: भारत के पूर्व स्टार खिलाड़ी एस श्रीसंत की मुश्किलें बढ़ गई हैं। केरल क्रिकेट एसोसिएशन ने श्रीसंत को कारण बताओ नोटिस भेजा है। हाल ही में पूर्व खिलाड़ी ने संजू सैमसन को लेकर एक बयान दिया था। हालांकि अब ये बयान श्रीसंत पर भारी पड़ता दिख रहा है। क्या है मामला आइए जानते हैं।
बढ़ गईं श्रीसंत की मुश्किलें
श्रीसंत ने केरल क्रिकेट एसोसिएशन पर गंभीर सवाल खड़े किए थे। केरल की ओर से संजू को विजय हजारे ट्रॉफी में सेलेक्ट नहीं किया गया था। जिसपर श्रीसंत ने केसीए की आलोचना की थी। अब श्रीसंत को एक टेलीविजन शो में एसोसिएशन के खिलाफ झूठे अपमानजनक बयान देने के मामले में केरल क्रिकेट एसोसिएशन ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है। केसीए का कहना है कि श्रीसंत पर कारण बताओ नोटिस इसलिए जारी नहीं किया गया कि उन्होंने संजू का समर्थन किया है। बल्कि इसलिए किया गया है कि उन्होंने एसोसिएशन के खिलाफ अपमानजनक बयान दिया था।
कुछ दिन पहले ही केसीए के सचिव विनोद एस कुमार ने इंडियन एक्सप्रेस को दिए अपने इंटरव्यू में बताया था कि आखिर विजय हजारें ट्रॉफी के लिए संजू सैमसन को केरल टीम में क्यों नहीं चुना गया। उन्होंने कहा था कि एसोसिएशन ने वायनाड में एक कैंप आयोजित किया था। इस कैंप के लिए संजू उपलब्ध नहीं थे। उन्होंने मेल पर इस बात की जानकारी दी थी। इसलिए विजय हजारे ट्रॉफी के लिए एसोसिएशन ने उन खिलाड़ियों को चुना, जो खिलाड़ी कैंप में शामिल हुए थे।
👕 90 International matches
🔥 169 International wickets
💥 4 fifers
🏆 2007 T20 World Cup winner
🏆 2011 ODI World Cup winner---विज्ञापन---Wishing a very happy 42nd birthday to former Indian fast bowler, S Sreesanth! 🇮🇳🎂🎉
The man who took the most iconic catch to seal India’s first-ever… pic.twitter.com/95P2ngY9Xq
— Sportskeeda (@Sportskeeda) February 6, 2025
स्पॉट फिक्सिंग पर भी उठा सवाल
केसीए ने इस दौरान श्रीसंत से जुड़ा आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामला उठाते हुए कहा कि एसोसिएशन ने हमेशा खिलाड़ियों का समर्थन किया है। भले ही वे जेल में हों। जब श्रीसंत मैच फिक्सिंग के आरोप में जेल में थे, तब केसीए पदाधिकारी उनके पास पहुंचे थे और सपोर्ट किया था। मैच फिक्सिंग मामले में श्रीसंत को बरी नहीं किया गया है। ऐसे में उन्हें दूसरे खिलाड़ियों का समर्थन करने की जरूरत नहीं है।
साल 2013 में हुए थे गिरफ्तार
साल 2013 में दिल्ली पुलिस ने एस श्रीसंत को गिरफ्तार किया था। उनके अलावा राजस्थान रॉयल्स के 2 खिलाड़ियों को भी आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। साल 2015 में पटियाला हाउस कोर्ट ने स्पॉट फिक्सिंग मामले में एस श्रीसंत, अजीत चंदीला और अंकित चव्हाण के खिलाफ सभी आरोपों को खारिज कर दिया था। बाद में साल 2019 में सुप्रीम कोर्ट ने तीनों खिलाड़ियों पर से आजीवन प्रतिबंध हटा दिया था।
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