शुभम मिश्रा। Team India Weakness: इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज के लिए टीम इंडिया ने अपने स्क्वॉड में बदलाव करते हुए वरुण चक्रवर्ती को टीम में शामिल कर लिया। वरुण की एकदिवसीय टीम में एंट्री बड़ी बात तो है, लेकिन उससे कहीं ज्यादा बड़ी चीज स्क्वॉड से एक प्लेयर का नाम गायब होना है। जिस प्लेयर का टीम में नाम नहीं है, वो कोई आम खिलाड़ी नहीं है। उस गेंदबाज का नाम जसप्रीत बुमराह है। इंग्लैंड के खिलाफ बुमराह वनडे में रंग जमाते हुए नहीं दिखाई देंगे। अब बुमराह की गैरमौजूदगी ने भारतीय फैन्स की सांसें अटका दी हैं। हर किसी के मन में अब बस यही सवाल है कि क्या बूम-बूम बुमराह चैंपियंस ट्रॉफी तक फिट हो पाएंगे?
मौजूदा हालातों को देखते हुए बुमराह की वापसी के आसार काफी कम नजर आ रहे हैं। जस्सी अगर चैंपियंस ट्रॉफी में खेलने के लिए फिट नहीं हो पाते हैं, तो यह टीम मैनेजमेंट और सिलेक्टर्स के लिए बड़ा धक्का होगा। बुमराह की टीम में जगह कौन लेगा यह भी बड़ा सवाल होगा, क्योंकि उनके जैसी काबिलियत वाला दूसरा गेंदबाज भारतीय खेमे तो छोड़िए इस समय वर्ल्ड क्रिकेट में भी नहीं है।
बुमराह अगर बाहर हुए, तो टीम इंडिया चैंपियंस ट्रॉफी में बुरी तरह फंस जाएगी। जस्सी की इंजरी ने भारतीय खेमे को मझधार में लाकर खड़ा कर दिया है। टीम इंडिया के लिए अब एक तरफ कुआं है, तो पीछे खाई वाली स्थिति बन गई है। कैसे और क्यों वो आइए समझाते हैं।
बुमराह की जगह कौन?
जसप्रीत बुमराह अगर चैंपियंस ट्रॉफी से बाहर हो जाते हैं, तो सबसे बड़ा सवाल यह होगा कि उनको रिप्लेस कौन करेगा। दो नाम इस रेस में सबसे आगे हैं। पहले तो हर्षित राणा हैं। मगर हर्षित के पास एकदिवसीय क्रिकेट में खेलने का कोई अनुभव मौजूद नहीं है। ऐसे में सीधा आईसीसी टूर्नामेंट में उन्हें मैदान पर उतार देने का फैसला क्या ठीक होगा? दूसरा नाम मोहम्मद सिराज का है। हालांकि, सिराज टीम मैनेजमेंट के प्लान का हिस्सा नहीं हैं, ऐसे में उन पर भरोसा दिखाया जाएगा या नहीं, यह कहना बड़ा मुश्किल है। सिराज की मौजूदा फॉर्म भी कुछ खास नहीं चल रही है।
मोहम्मद शमी की फिटनेस पर सवाल
बुमराह के बाहर होने पर मोहम्मद शमी टीम इंडिया की सबसे बड़ी उम्मीद नजर आते हैं। हालांकि, चिंता की बात शमी की फिटनेस है। इंजरी से लौटने के बाद शमी ने इंटरनेशनल क्रिकेट की पिच पर अब तक एक भी वनडे मैच नहीं खेला है। इंग्लैंड के खिलाफ दो टी-20 मैचों में भी शमी की गेंदबाजी में वो बात नजर नहीं आई थी, जो 2023 के वनडे विश्व कप में दिखाई दी थी। शमी 10 ओवर का कोटा पूरा कर पाएंगे या नहीं? अगर कोटा पूरा करते भी हैं, तो क्या वह पूरे टूर्नामेंट में फिट रह पाएंगे? विजय हजारे टूर्नामेंट में शमी ने 50 ओवर के फॉर्मेट में गेंदबाजी की थी, लेकिन वह एक मुकाबले में पीठ की समस्या से बुरी तरह से जूझते हुए दिखाई दिए थे।
हार्दिक पर कैसे जताया जाए भरोसा
हार्दिक पांड्या कहने को तो ऑलराउंडर हैं। मगर वह चैंपियंस ट्रॉफी में बतौर गेंदबाज 10 ओवर का स्पेल फेंक सकते हैं या नहीं यह कहना बड़ा मुश्किल है। याद कीजिए 2023 वनडे विश्व कप, जहां हार्दिक को गेंद से अहम किरदार निभाना था। हालांकि, तीन मैच खेलकर ही हार्दिक गेंदबाजी करने के दौरान चोटिल होकर टूर्नामेंट से बाहर हो गए थे। तीन मैचों में हार्दिक ने बॉलिंग तो की थी, लेकिन उसमें भी वह एक भी मुकाबले में 10 ओवर का कोटा नहीं फेंक सके थे। कुल मिलाकर हार्दिक ने 3 मैचों में 16 ओवर ही डाले थे। हार्दिक ने एकदिवसीय वर्ल्ड कप के बाद से कोई भी वनडे मैच नहीं खेला है। ऐसे में कैसे हार्दिक पर चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भरोसा जताया जाए।
वनडे में अर्शदीप बेरंग
अर्शदीप सिंह ने भले ही टी-20 इंटरनेशनल में खूब कामयाबी हासिल की हो, लेकिन वनडे फॉर्मेट में उन्हें रास नहीं आता है। 8 मैचों के अपने वनडे करियर में अर्शदीप सिर्फ एक बार ही 10 ओवर का कोटा पूरा कर सके हैं। 50 ओवर के फॉर्मेट में अर्शदीप की खूब धुनाई भी होती है। कुल मिलाकर अर्शदीप ने वनडे में 12 विकेट चटकाए हैं, जिसमें से 9 विकेट तो दो मैचों में आए हैं और बाकी 6 मुकाबले में वह सिर्फ 3 विकेट ही निकाल सके हैं।
बुमराह टूर्नामेंट से बाहर होने की कगार पर खड़े हैं, शमी की फिटनेस पर सवाल है। हार्दिक-अर्शदीप 10 ओवर का कोटा फेंक पाएंगे या नहीं कहना बड़ा कठिन है। यानी चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारतीय टीम अपने स्पिनर्स को भी तैयार कर रही है, लेकिन असल कमजोरी तो तेज गेंदबाजी नजर आ रही है। टीम इंडिया के पेस अटैक में वो खोखलापन दिखाई दे रहा है, जो दुबई में टीम की लुटिया को डूबा सकता है।