IND-W vs IRE-W: भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने वनडे क्रिकेट इतिहास की अपनी सबसे बड़ी जीत का स्वाद चखा है। एकतरफा मुकाबले में टीम इंडिया ने आयरलैंड को तीसरे वनडे मुकाबले में 304 रनों से रौंदा। पहले बल्लेबाजी करते हुए टीम इंडिया ने 50 ओवर में 5 विकेट खोकर स्कोर बोर्ड पर 435 रन लगाए। इसके जवाब में आयरलैंड की पूरी टीम सिर्फ 131 रन बनाकर ढेर हो गई। बल्लेबाजी में प्रतीका रावल ने 154 तो कप्तान स्मृति मंधाना ने 135 रन की धांसू पारी खेली। वहीं, गेंदबाजी में दीप्ति शर्मा ने तीन विकेट झटके। इस जीत के साथ ही भारतीय टीम ने सीरीज को 3-0 से अपने नाम भी कर लिया है।
भारतीय टीम की रिकॉर्ड जीत
टीम इंडिया से मिले 436 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए आयरलैंड की पूरी टीम सिर्फ 131 रन बनाकर ढेर हो गई। आयरलैंड की सात बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा भी पार नहीं कर सकीं, जबकि दो बैटर का खाता तक नहीं खुल सका। गेंदबाजी में भारत की ओर से दीप्ति शर्मा ने 8.4 ओवर के स्पेल में सिर्फ 27 रन खर्च करते हुए 3 विकेट चटकाए, जबकि तनुजा ने दो विकेट चटकाए। इस जीत के साथ ही भारतीय टीम ने आयरलैंड का सूपड़ा साफ करते हुए सीरीज को 3-0 से अपने नाम किया।
मंधाना-प्रतीका ने मचाया धमाल
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम को प्रतीका रावल और कप्तान स्मृति मंधाना ने धमाकेदार शुरुआत दी। दोनों ने पहले विकेट के लिए 233 रन की पार्टनरशिप जमाई। प्रतीका ने 129 गेंदों का सामना करते हुए 154 रन की बेहतरीन पारी खेली। वहीं, मंधाना ने सिर्फ 70 गेंदों में शतक जमाया। भारतीय कप्तान ने 80 गेंदों पर 12 चौके और 7 गगनचुंबी छक्कों की मदद से 135 रन की दमदार पारी खेली। वहीं, ऋचा घोष ने भी बल्ले से जमकर धमाल मचाया और 42 गेंदों पर 59 रन की तेज तर्रार पारी खेली।
वनडे का सबसे बड़ा स्कोर
प्रतीका और मंधाना की आतिशी बल्लेबाजी के बूते भारतीय टीम ने वनडे क्रिकेट इतिहास का अपना सबसे बड़ा स्कोर खड़ा किया। 50 ओवर में टीम इंडिया ने 5 विकेट खोकर स्कोर बोर्ड पर 435 रन लगाए। भारत की बेटियों ने पुरुष टीम के 14 साल पुराने रिकॉर्ड को भी ध्वस्त कर डाला। मेंस टीम ने साल 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेले गए मैच में 5 विकेट गंवाकर 418 रन का टोटल खड़ा किया था। यह पहला मौका रहा, जब भारतीय टीम ने वनडे में 400 रन के आंकड़े को पार किया।