Junior Hockey World Cup 2025: तमिलनाडु में चल रहे जूनियर हॉकी वर्ल्ड कप 2025 में भारत ने जबरदस्त वापसी करते हुए ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम कर लिया. सेमीफाइनल में जर्मनी के हाथों 5-1 से हार के बाद टीम इंडिया ने 10 दिसंबर को अर्जेंटीना के खिलाफ मुकाबले में शानदार प्रदर्शन किया और 2021 की चैंपियन टीम को 4-2 से करारी मात दी. भारत ने आखिर 11 मिनट में चार गोल करके 9 साल बाद जूनियर हॉकी वर्ल्ड कप में ब्रॉन्ज जीता. पिछले दो वर्ल्ड कप में टीम को ब्रॉन्ज मेडल के मुकाबले में हार मिली थी और चौथे स्थान पर रही थी.
भारत ने आखिर क्वार्टर में की धमाकेदार वापसी
अर्जेंटीना के खिलाफ ब्रॉन्ज मेडल मुकाबले में टीम इंडिया शुरुआत में काफी दबाव में थी और तीन क्वार्टर तक 2-0 से पीछे चल रही थी. ऐसा लग रहा था कि मुकाबला भारत के हाथ से निकल चुका है, लेकिन आखिरी क्वार्टर में भारतीय खिलाड़ियों ने शानदार वापसी करते हुए अर्जेंटीना को तारे दिखा दिए और मैच का पासा पलट दिया.
सबसे पहले अंकित पाल ने 49वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर पर गोल दागकर भारत का खाता खोला. इसके तुरंत बाद 52वें मिनट में दूसरे पेनल्टी कॉर्नर को मनमीत सिंह ने गोल में बदल दिया और मैच 2-2 की बराबरी पर आ गया. यहीं से मैच का पूरा मोमेंटम भारत की ओर हो गया.
अर्जेंटीना की गलती से भारत का हुआ फायदा
स्कोर बराबर होने के बाद अर्जेंटीना ने मैच बचाने के लिए अपना गोलकीपर हटा दिया, ताकि एक एक्स्ट्रा प्लेयर खेल सके. लेकिन यही दांव उन पर भारी पड़ गया. भारत को 57वें मिनट में तीसरा पेनल्टी कॉर्नर मिला और शारदानंद तिवारी ने इसे गोल में तब्दील कर दिया. इसी के साथ भारत 3-2 से आगे हो गया. गोलकीपर न होने का फायदा उठाकर भारत ने 58वें मिनट पर एक और शानदार गोल दाग दिया और मैच 4-2 से अपने नाम कर लिया.
भारत ने पहली बार जूनियर हॉकी वर्ल्ड कप में ब्रॉन्ज मेडल जीता है. दो बार (होबार्ट 2001 और लखनऊ 2016 में) चैंपियन रही भारतीय टीम ने आखिरी बार 9 साल पहले कोई मेडल जीता था. पिछले दो बार टीम ब्रॉन्ज मेडल का मुकाबला हारकर चौथे स्थान पर रही थी.
जर्मनी 8वीं बार बनी चैंपियन
वहीं, जर्मनी ने रोमांचक फाइनल मुकाबले में स्पेन को शूटआउट में 3-2 से हराकर 8वीं बार जूनियर हॉकी वर्ल्ड कप का खिताब अपने नाम किया. जर्मनी ने सेमीफाइनल में भारत को हराकर फाइनल में जगह बनाई थी. जर्मनी के लिए बेनेडिक्ट गेयेर, एलेक वोन श्वेरिन और बेन हासबाश ने गोल किए, जबकि स्पेन की ओर से पाब्लो रोमन और जुआन प्राडो ने गोल किया. इससे पहले जर्मनी टीम 7 बार (1982, 1985, 1989, 1993, 2009, 2013, 2023) खिताब जीत चुकी है. वहीं, स्पेन को सिल्वर मेडल के साथ संतुष्ट होना पड़ा.










