India vs srilanka first ODI: भारत और श्रीलंका के बीच हुए तीसरे टी-20 मैच को याद करिए। जहां भारतीय टीम को एक ओवर में 8 रन बचाने थे। यही पर भारतीय कप्तान सूर्य कुमार यादव ने मोर्चा संभाला और 20वें ओवर में गेंदबाजी करते हुए दो विकेट झटक श्रीलंका को बैकफुट पर डाल दिया। आखिरी ओवर की अंतिम तीन गेंदों पर श्रीलंकाई पुछल्ले बल्लेबाजों ने पांच रन बनाए। लेकिन ये श्रीलंका को जीत दिलाने के लिए नाकाफी थे। भारतीय टीम ने सीरीज में 3-0 से क्लीन स्वीप किया। इससे पहले कप्तान सूर्य कुमार यादव ने 19वां ओवर रिंकू सिंह से डलवाया था और रिंकू ने भी शानदार करते हुए दो विकेट झटके थे और सिर्फ तीन रन खर्च किए। धीमी पिच पर पार्ट टाइम गेंदबाजों ने मैच जिताऊ गेंदबाजी कर इतिहास रच दिया था।
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श्रीलंकाई कप्तान का ‘सूर्या दांव’
शुक्रवार को कोलंबो के प्रेमदासा मैदान में भारत के खिलाफ पहले वनडे मैच में श्रीलंकाई कप्तान टी-20 सीरीज में मिली हार को भूले नहीं थे। खासतौर पर तीसरे टी-20 को। पहले वनडे मुकाबले में भारत को अंतिम 15 गेंदों पर बस एक रन चाहिए था। और उसके दो बल्लेबाज बाकी थे। शिवम दुबे क्रीज पर थे, अर्शदीप सिंह को बल्लेबाजी के लिए आना था। श्रीलंका के लिए हार को टालना असंभव लग रहा था। लेकिन यही पर श्रीलंकाई कप्तान चरित असलंका ने ‘सूर्या दांव’ खेला। असलंका ने खुद को सूर्य कुमार यादव की तरह मोर्च पर लगाया और गेंदबाजी का मोर्चा संभाला।
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इस मैच से पहले श्रीलंकाई कप्तान चरित असलंका ने अपनी पार्ट टाइम गेंदबाजी से 59 वनडे मुकाबलों में सिर्फ पांच विकेट हासिल किए थे। लेकिन 2 अगस्त 2024 को कोलंबो में खेला गया वनडे मुकाबला असलंका के लिए यादगार बन गया।
भारत-श्रीलंका क्रिकेट इतिहास का दूसरा टाई
भारत को पहला वनडे जीतने के लिए तीन ओवरों में पांच रन की जरूरत थी। असलंका की तीसरी गेंद पर शिवम दुबे ने चौका लगाकर मैच का स्कोर बनाकर कर दिया। लेकिन असलंका ने लड़ने का माद्दा नहीं छोड़ा था। उन्होंने पहले शिवम दुबे को विकेट के सामने एलबीडब्ल्यू कराया और फिर अगली ही गेंद पर अर्शदीप सिंह को एलबीडब्ल्यू आउट कर मैच को टाई करा दिया।
भारत और श्रीलंका के बीच वनडे क्रिकेट इतिहास का ये दूसरा मुकाबला था, जो टाई हुआ। इससे पहले 2012 में एक मुकाबला टाई हुआ था।
गंभीर और कोहली हुए ‘शॉक्ड’
48वें ओवर में जब शिवम दुबे ने असलंका की गेंद पर चौका जमा स्कोर बराबर किया तो कोहली खुशी से झूम उठे। उन्होंने कोच गंभीर को भी बधाई दी तो गौतम भी मुस्कुरा उठे। फिर शिवम दुबे आउट हुए तो दोनों के चेहरे पर हताशा थी, लेकिन अगली गेंद पर अर्शदीप सिंह के पगबाधा करार दिए जाने पर गंभीर और कोहली को बड़ा झटका लगा। दोनों अपनी कुर्सियों पर निराश पसर गए।