India vs Australia: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पांच मैचों की सीरीज का दूसरा टेस्ट एडिलेड में होना है। इस मैच के जरिए टीम के नियमित कप्तान रोहित शर्मा वापसी कर रहे हैं। हालांकि उनको लेकर अभी तय नहीं है कि वो ओपनिंग करेंगे या नहीं। कुछ लोगों का मानना है कि टीम को विनिंग कॉम्बिनेशन से छेड़छाड़ नहीं करनी चाहिए और रोहित को नीचे आकर खेलना चाहिए। भारतीय कप्तान को लेकर अब भारत के पूर्व नेशनल सिलेक्टर देवांग गांधी ने भी अपना राय रखी है।
उनके मुताबिक रोहित को एडिलेड में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मिडिल ऑर्डर में खेलना चाहिए। उन्होंने कहा कि रोहित को एडिलेड में कंगारू टीम के खिलाफ पारी की शुरुआत करने के बजाय नंबर छह पर बल्लेबाजी करनी चाहिए। उनकी यह टिप्पणी केएल राहुल और यशस्वी जायसवाल द्वारा सलामी बल्लेबाज के रूप में अपनी भूमिका निभाने के बाद आई है, क्योंकि हिटमैन अपने दूसरे बच्चे के जन्म के कारण पर्थ टेस्ट में नहीं खेल पाए थे।
Harsha Bhogle said :-
” If Rohit Sharma comes to bat at 5 then it’s really a big decision. He has performed better than the others in opening. He has made a sacrifice for KL Rahul and it should be appreciated. This is leadership. ”
Respect for Rohit Sharma. 🐐📈#RohitSharma pic.twitter.com/lN5LaLSXaX— 𝚄𝚃𝙺𝙰𝚁𝚂𝙷𝙷⁴⁵ (@_x45user) December 1, 2024
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प्रैक्टिस मैच में भी नहीं चला रोहित का बल्ला
बता दें कि रोहित का फॉर्म अब तक चिंताजनक रहा है। ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री इलेवन के खिलाफ प्रैक्टिस मैच में उनके फ्लॉप प्रदर्शन के बाद यह चिंता और बढ़ गई है। रोहित ने न्यूजीलैंड के खिलाफ पिछली टेस्ट सीरीज में सिर्फ 91 रन बनाए थे। उनकी खराब फॉर्म का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने पिछली छह पारियों में सिर्फ एक फिफ्टी जड़ी है। रोहित ने आखिरी बार 2018-19 में नंबर छह पर खेला था, जिसके बाद वह सभी फॉर्मेट में भारत के लिए ओपनिंग करने लगे। गांधी चाहते हैं कि रोहित एडिलेड टेस्ट में अपनी पुरानी फॉर्म में लौटें और मिडिल ऑर्डर के बल्लेबाज की भूमिका निभाएं।
रोहित को नंबर छह पर आना चाहिए- गांधी
‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ से बात करते हुए उन्होंने आगे कहा, ‘वास्तव में मुझे लगता है कि रोहित को नंबर छह पर आना चाहिए, क्योंकि ऋषभ पंत ने भी नंबर पांच पर बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है। इस तरह दाएं-बाएं के कॉम्बिनेशन को भी बनाए रखा जा सकता है। अगर कोई मिडिल ऑर्डर का बल्लेबाज अपने करियर के आखिरी स्टेज में ओपनर बनने की कोशिश करता है तो यह मुश्किल हो जाता है। लेकिन एक ओपनर के लिए मिडिल ऑर्डर में जाना मुश्किल नहीं होगा, खासकर रोहित के लिए, जिन्होंने भारत के लिए नंबर छह पर बैटिंग शुरू की थी।’